5 दिसंबर 2025,

शुक्रवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

स्कैल्प की सफाई करती हैं ये पत्तियां, सप्ताहभर में दिखने लगेंगे रिजल्ट

Benefits of basil leaves for hair: बालों की ग्रोथ में स्कैल्प की सेहत बेहद जरूरी है। स्कैल्प साफ होगी तो बालों की ग्रोथ में सकारात्मक रिजल्ट देखने को मिलेंगेे। यदि आप भी बालों के टूटने की समस्या से परेशान हैं, तो आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों को अपनाएं। ऐसी ही एक जड़ी—बूटी है तुलसी। तुलसी का उपयोग आप खाने में करते होंगे, लेकिन क्या आप जानते हैं तुलसी बालों के लिए हेतभी फायदेमंद साबित होती है। खाकसर तुलसी का हेयर मास्क बालों की सेहत सुधारने में मददगार साबित होता है।

less than 1 minute read
Google source verification

जयपुर

image

Jaya Sharma

Nov 06, 2023

तुलसी पेस्ट में शहद, दही और नारियल का तेल मिलाकर लगाया जा सकता है

स्कैल्प की सफाई करती हैं ये पत्तियां, सप्ताहभर में दिखने लगेंगे रिजल्ट

तुलसी में मौजूद गुण बालों के लिए काफी फायदेमंद होते हैं। आप इसका हेयर पैक आसानी से घर पर बना सकते हैं। वहीं मार्केट में भी तुलसी का शैम्पू अवेलेबल हैं, जिसे आसानी से इस्तेमाल किया जा सकता है। तुलसी पेस्ट में शहद, दही और नारियल का तेल मिलाकर लगाया जा सकता है। इनमें एंटीबैक्टीरियल और एंटी फंगल गुण होते हैं, जो स्कैल्प को हाइड्रेट करने में मदद करते हैं। यदि स्कैल्प हाइड्रेट रहेगी तो डैंड्रफ से राहत मिलेगी। साथ ही ब्लड सर्कुलेशन को बेहतर बनाता है और हेयर ग्रोथ में हेल्प करता है।

डैंड्रफ और इंफेक्शन होता है दूर
तुलसी का तेल और शैम्पू यूज करने से डैंड्रफ और स्कैल्प इंफेक्शन से राहत मिलती है। कई बालों के गिरने का कारण स्कैल्प में जमी पपड़ी भी होती है, ऐसे में जब उसे साफ कर लेते हैं, तो जड़ों की सेहत सुधरती है, बाल टूटना कम हो जाता है और बालों की ग्रोथ में सुधार आता है।

आप घर पर ऐसे बना सकते हैं पैक
हेयर फॉल कंट्रोल करने में तुलसी का हेयर पैक फायदेमंद रहता है। आप घर पर इसे तैयार कर सकते हैं, पैक को बनाने के लिए तुलसी के पत्तों को धोकर सूखा लें। फिर तेल और आंवला व दूसरे पोषक पाउडर के साथ मिलाकर लगा लें।

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।