बाजार में वेजिटेबल डाई उपलब्ध हैं। यह थोड़ी महंगी होती हैं। टेसू के फूलों का रंग और अरारोट के गुलाल का प्रयोग कर इन दुष्प्रभावों से बचा जा सकता है।
घर से बाहर निकलने और रंग लगाने से पहले शरीर पर अच्छी तरह तेल लगा लें। सूखी त्वचा पर एलर्जी और इंफेक्शन ज्यादा होता है। तेल से त्वचा पर प्रोटेक्टिव परत बन जाती है व रंग त्वचा तक नहीं पहुंच पाते। तेल से सिंथेटिक डाई प्रभावहीन हो जाती है।
रंगों को हटाने के लिए अधिक मात्रा में साबुन का प्रयोग ना करें। रंगों को छुड़ाने के लिए मिट्टी के तेल का प्रयोग करने से त्वचा के जलने का खतरा और बढ़ जाता है। रंगों को छुड़ाने के लिए कम केमिकल वाले ग्लिसरिन युक्त साबुन का प्रयोग करें। यदि रंग लगने से त्वचा पर कोई एलर्जी, दाने या धब्बे हो जाएं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।