गंजापन, बालों के झड़ने या सफेद होने के कई अन्य कारण भी हैं। वजन कम करने के लिए अचानक से क्रैश डाइटिंग फॉलो करने से शरीर में पोषक तत्त्वों की कमी हो जाती है। इसके अलावा धूम्रपान, थायरॉइड डिसऑर्डर (असंतुलन), बुखार, लगातार सर्दी-जुकाम रहने से भी बाल टूटते या सफेद होते हैं। डैंड्रफ से भी बाल टूटते हैं। इसके लिए एंटी फंगल क्रीम या शैंपू का इस्तेमाल फायदेमंद होता है।
बालों की मजबूती के लिए भोजन में दाल, सोयाबीन, पनीर, दूध अधिक लें। गर्भवती में खून की कमी न हो इसका पूरा खयाल रखें क्योंकि इससे बाल झड़ने लगते हैं। गंजेपन का आखिरी इलाज हेयर ट्रांसप्लांट है जिसमें सिर के पिछले व निचले भाग से बाल निकालकर प्रभावित हिस्स पर लगा देते हैं। बाल की बाहरी परत को क्यूटिकल कहते हैं जो मशीन के प्रयोग से डैमेज हो जाती है। इसलिए स्टे्रटनर आदि का प्रयोग कम करें।
बालों की मजबूती हड्डियों की मजबूती पर निर्भर करती है। कई बार लोग सुबह सोकर उठते हैं तो बालों को तेजी से रगड़ते हैं, ऐसा नहीं करना चाहिए क्योंकि ऐसा करने से काफी बाल टूटकर गिर जाते हैं। भोजन में कैल्शियम व प्रोटीन के साथ देसी-घी, हरी सब्जियां, गाजर, लौकी, पालक अधिक खाएं। अणु तेल या गाय के घी की ऊपरी परत की दो-दो बूंद नाक में डालनी चाहिए। आयुर्वेदिक तेल भृंगराज या अन्य तेल को गुनगुना कर सिर की मसाज ( Scalp Massage With Oil ) करने से भी लाभ होता है।