ज्यादातर रंग एसिडिक होते हैं। आंखों में जाते ही इनसे खुजली या जलन हो सकती है। आंखों में रंग चला जाए तो ठंडे पानी से धोएं। आराम ना मिले पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।
होली बीतने के बाद भी नाखूनों के किनारों पर रंग कई दिनों तक लगे रहते हैं, जो बुरे लगते हैं। नाखूनों को सुरक्षा देने के लिए धुलंडी के दिन नेलपॉलिश की मोटी परत लगाएं। नाखून अगर लंबे हैं, तो अंदर की ओर भी हल्की परत लगा सकते हैं।
होंठों की सुरक्षा के लिए लिपस्टिक जरूर लगाएं। हां, इससे पहले वैसलीन की हल्की परत लगा लें। बाल
होली खेलने से पहले बालों में अच्छी तरह से तेल लगा लें और फिर चोटी या जूड़ा बनाकर इन्हें बांध लें ताकि कलर आपके सिर की त्वचा तक ना जा सके।
अगर आपके मुंह में रंग चला जाए तो पानी पीकर उल्टी करें। लेकिन यदि ज्यादा मात्रा में चला गया है तो तुरंत डॉक्टर के पास जाएं। इसके अलावा अगर गलती से रंग आपकी नाक में चला गया है और आपको सांस लेने में दिक्कत होने लगी है तो फौरन अस्पताल जाएं। ध्यान रहे कि इस दौरान पानी ना पीएं वर्ना दम घुट सकता है।
दर्द निवारक क्रीम, जैल या स्प्रे: मोच आने पर प्रयोग करें।
गर्म पट्टी और एंटीसेप्टिक क्रीम: सूजन व छिलने के लिए।
एंटीएलर्जिक दवाएं: खुजली होने या दाने निकलने पर इस्तेमाल करें।
गुलाब जल : आंखों में रंग चले जाने पर गुलाब जल की कुछ बूंदें डालें।
हल्दी पाउडर: आयुर्वेद के अनुसार त्वचा छिलने या कटने पर बारीक पिसा हल्दी पाउडर लगाएं।
हल्दी व नमक: मुंह में रंग चले जाने पर गर्म पानी में हल्दी व नमक मिलाकर गरारे करें।