वर्तमान में अपने आपको सबसे आगे दिखाने और फैशन के चक्कर में लोग ढेरों ब्रांड के ब्यूटी प्रोडक्ट खरीद लेते हैं और क्योंकि इतने सारे उत्पाद खरीदने तथा उनका प्रतिदिन उपयोग ना होने के कारण वह पड़े-पड़े पुराने और खराब हो जाते हैं। उन्हीं में से एक उत्पाद है लिपस्टिक। आज हर तीसरे दिन लिपस्टिक का एक नया शेड बाजार में आ जाता है। और हर रंग की लिपस्टिक पाने की चाहत में हम बिना सोचे समझे सस्ती और घटिया लिपस्टिक भी खरीद लेते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा करके आप स्वयं ही लिपस्टिक के पीछे छुपे अपने होंठों को नुकसान पहुंचा देते हैं।
जी हां, यह सत्य है। आप ढेरों लिपस्टिक तो इकट्ठा कर लेते हैं, परंतु उनके उपयोग के समय क्या आपको यह याद रहता है कि वह कितनी पुरानी हो चुकी है? अगर नहीं तो आपकी यह गलती आपको ही भारी पड़ सकती है। तो आइए जानते हैं कि एक्सपायरी लिपस्टिक से आपके होंठों को क्या हानि होती है…
1. हार्मोनल असंतुलन
वैसे तो सभी ब्रांड के मेकअप प्रोडक्ट में रसायनों का उत्पाद होता ही है, जिनका अधिक इस्तेमाल हमारे लिए नुकसानदायक होता है। तो सस्ती और खराब क्वालिटी की लिपस्टिक तो और भी हानिकारक हो सकती है। क्योंकि इन्हें तैयार करने में उपयोग आने वाले रसायन शरीर के हार्मोन्स को प्रभावित करते हैं, जिससे वह असंतुलित हो सकते हैं।
2. होंठों पर सफेद परत या धब्बे
लिपस्टिक चाहे कितनी भी महंगी अथवा ब्रांडेड ही क्यों ना हो, लेकिन पुरानी लिपस्टिक लगाने से आपके होंठों पर सफेद परत जम सकती है और धब्बे पड़ सकते हैं। इसका कारण है, पुरानी लिपस्टिकों में नमी के कारण बैक्टीरिया पैदा हो जाते हैं, जो हमारे होंठों पर प्रजनन स्थल बना लेते हैं।
3. शरीर पर टॉक्सिक प्रभाव
लिपिस्टिक या अन्य ब्यूटी प्रोडक्ट के निर्माण में विभिन्न प्रकार के रसायन का इस्तेमाल होता है। और इन सभी की एक निश्चित समय सीमा होती है, जिसके बाद से ये रसायन अपना दुष्प्रभाव हमारी त्वचा पर दिखाने लगते हैं। और इसी कारण हमारे शरीर पर इनका टॉक्सिक प्रभाव पड़ सकता है। अगर हम पुरानी लिपस्टिक इस्तेमाल करेंगे तो इसकी वजह से होंठ सूख सकते हैं और काले भी पड़ सकते हैं।
4. आंखों की समस्या
लिपस्टिक में कैडमियम और लेड का इस्तेमाल हमारी आंखों के लिए काफी हानिकारक साबित हो सकता है। क्योंकि कई बार बहुत सी महिलाएं आईशैडो की तरह भी लिपस्टिक को होंठों के साथ-साथ अपनी आईलेट पर भी इस्तेमाल कर लेती हैं, जिसके परिणाम स्वरूप आंखों में जलन की समस्या हो सकती है।