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पहले आई नेगेटिव और फिर कोरोना पॉजिटिव रिपोर्ट
मामला कुछ इस तरह है कि बैतूल जिले के भैंसदेही में रहने वाले अनस नाम के एक युवक के साथ जो वाक्या हुआ वो हैरान कर देने वाला है। अनस अपने दोस्त चिन्मय के साथ उसका कोरोना टेस्ट कराने के लिए 9 मई को भैंसदेही कोविड सेंटर गया था जहां शौक-शौक में उसने अपना भी टेस्ट कराया। जिसके बाद उसे बताया गया कि उसे कोरोना नहीं है। इसके बाद 9 तारीख को ही अनस के मोबाइल पर मैसेज आया कि उसकी रिपोर्ट नेगेटिव है। क्योंकि अनस भला चंगा था और उसे कोई परेशानी नहीं थी तो उसे इस बात का अंदेशा था कि उसे कोरोना नहीं है और उसकी रिपोर्ट नेगेटिव ही आएगी। लेकिन पहले मैसेज के डेढ़ घंटे बाद ही अनस के मोबाइल पर एक और मैसेज आया जिसमें उसकी रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव थी।
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मैसेज ने बढ़ाई मुश्किल !
अनस और उसके परिजन एक टेस्ट की दो दो रिपोर्ट आने से संशय में ही थे कि शाम को नगर पालिका का अमला उसके घर आ पहुंचा और अनस को कोरोना पॉजिटिव बताते हुए उसके परिवार को सील कर दिया। अब परिजन की मुश्किल ये है कि वो तंदरुस्त औऱ भले चंगे अनस को कोरोना पॉजिटिव मानें या नेगेटिव। वहीं इस मामले में स्वास्थ्य विभाग के भी दो पक्ष सामने आए है एक इसे ऑपरेटर की गलती बता रहा है तो वही दूसरी तरफ बीएओ का कहना है कि फिर से
दोबारा टेस्ट करवा लेंगे।
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