
Negligent DPM and computer operators will be sacked in Corona update
बैतूल। कोरोना की जानकारी अपडेट में लापरवाही किए जाने पर डीपीएम और कम्प्यूटर ऑपरेटर को बर्खास्त किए जाने को लेकर कलेक्टर ने संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को पत्र लिखा है। वही दूसरी तरफ जिले के कोविड केयर सेंटरों में कोरोना का इलाज करा रहे मरीजों की हालत में जिस तेजी से सुधार हुआ है। उससे जिले में कोरोना का रिकवरी रेट ७४ प्रतिशत पर पहुंच गया है जो प्रदेश के रिकवरी रेट से भी ज्यादा है। यह दावा स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोरोना से जुड़े आंकड़ों के आधार पर किया जा रहा है। इस दावे पर यकीन को लेकर इसलिए भी संदेह है।
टीम वर्क से कोरोना कंट्रोल करने का दावा
स्वास्थ्य विभाग की माने तो टीम वर्क की वजह से आज जिले में कोरोना से २६ मरीजों ने जंग जीत ली है ओर शेष ९ भी जल्द स्वस्थ्य होकर घरों को लौट जाएंगे। इसके पीछे स्वास्थ्य विभाग द्वारा कई कारण बताए जा रहे हैं। जिनमें स्वास्थ्य अमले की ग्राउंड स्तर पर पूर्व तैनाती किया जाना। ट्रेनिंग एवं तैयारियां पहले से की जाना शामिल है। पॉजिटिव केस पाए जाने पर उक्त क्षेत्र को कंटेनमेंट क्षेत्र घोषित कर शतप्रतिशत आवागमन प्रतिबंधित किया गया। अस्पताल से डिस्चार्ज हुए मरीजों को १४ दिन के लिए होम क्वॉरंटीन में रहने के लिए निर्र्देशित किया गया और लगातार निगरानी रखी गई। आशा, एएनएम एवं आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा डोर-टू-डोर सर्वे कर लोगों को बीमारी के प्रति जागरूक किया गया।
बेहतर डाइट और योगा से जीती जंग
स्वास्थ्य विभाग की माने तो कोविड केयर सेंटर में भर्ती कोरोना पॉजिटिव मरीजों को पूरी निगरानी में रखा गया था। गाइड लाइन के अनुसार मरीजों को सही समय पर दवाईयां दी गई। उनकी डाइट का पूरी ध्यान रखा गया और एक्सरसाइज कराई गई। मरीजों को बीमारी से लडऩे के लिए समय-समय पर उनकी काउंसलिंग भी की गई। आवश्यकतानुसार मरीजों को भोपाल रेफर किया गया। जहां से उनकी हालत में सुधार आने के बाद वे वापस बैतूल लौटे। स्वास्थ्य विभाग की जिला स्तरीय टीम और ब्लॉक स्तरीय टीम ने आपसी समन्वय बनाकर बेहतर तरीके से मरीजों का इलाज किया।
कलेक्टर ने दो की सेवाएं समाप्त करने लिखा पत्र
बैतूल जिले में जहां कोरोना का रिकवरी रेट प्रदेश की तुलना में बेहतर होना बताया जा रहा है और टीम वर्क की वजह से कोरोना से जंग जीतने का दावा किया जा रहा है। वहीं कलेक्टर राकेश सिंह द्वारा बैतूल जिले की कोविड-19 के परिप्रेक्ष्य में विभिन्न प्रकार की जानकारियां पोर्टल एवं अन्य माध्यम से शुद्धतापूर्वक फीड नहीं किए जाने एवं कत्र्तव्यों के निर्वहन में घोर लापरवाही बरतने के आरोप में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय में पदस्थ जिला कार्यक्रम प्रबंधक विनोद शाक्य एवं कम्प्यूटर ऑपरेटर तापीदास चढ़ोकार की सेवाएं तत्काल समाप्त किए जाने के लिए मिशन संचालक राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन को पत्र लिखा जाना भी कई सवालों का जन्म दे रहा है।
जनप्रतिनिधियों की शिकायत के बाद जांच दल गठित
दो दिन पहले भाजपा जनप्रतिनिधियों द्वारा कलेक्टोरेट पहुंचकर स्वास्थ्य विभाग में चल रही फर्जीवाड़े और कोरोना अपडेट से जुड़े मामलों को लेकर कलेक्टर के समक्ष शिकायत दर्ज की थी। जिसके बाद कलेक्टर राकेश सिंह ने मु य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय की विभिन्न शाखाओं में मिली गंभीर शिकायतों की प्रारंभिक जांच के लिए दल गठित किया है। इस दल में मु य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत एमएल त्यागी, डिप्टी कलेक्टर अदिति यादव एवं जिला कोषालय अधिकारी नीतेश उइके को शामिल किया गया है। यह दल एक सप्ताह में प्रारंभिक जांच प्रतिवेदन प्रस्तुत करेगा।
१६ सौ से ऊपर पहुंची से पलों की संख्या
जिले में अभी तक लिए गए कोरोना सेंपलों की संख्या १६०८ पर पहुंच गई है। इनमें से १४२६ सेंपलों की रिपोर्ट नेगेटिव आ चुकी हैं जबकि ५० सेंपलों की रिपोर्ट अभी अप्राप्त होना बताई जा रही है। मंगलवार को ९५ सेंपलों की रिपोर्ट आई है। सभी सेंपल नेगेटिव होना बताए जा रहे हैं। स्वास्थ्य विभाग के लिए राहत की खबर यह है कि पिछले पांच-छह दिनों से जिले में एक भी कोरोना का पॉजिटिव पेशेंट नहीं आया है, लेकिन रोजाना जिस तरह से से पलों की संख्या बढ़ रही है उससे पॉजिटिव पेशेंटों के आने से इंकार नहीं किया जा सकता है।
Published on:
10 Jun 2020 05:04 am
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