मृतक की बेटी ने पुलिस पर कई गंभीर आरोप लगाकर पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए है l मृतक राम जी मिश्रा की बेटी दीपाली मिश्रा का आरोप है की कोतवाली में पुलिसकर्मियो की मौजूदगी में उसके चाचा और पिता में कहासुनी हुई उसके बाद वहां मौजूद पुलिस वालो ने दोनों को कई थप्पड़ मारे और हवालात में बंद कर दिया l
बेटी का कहना है की हम लोग कई बार बोले की मेरे पिता बीमार हैं हमे उनसे मिलने दो लेकिन पुलिस कर्मियों ने नहीं मिलने दिया और हवालात में ही उनकी मौत हो गयी l मृतक की बेटी पिता की मौत का जिम्मेदार पुलिस कर्मियों को मान रही है। अगर मृतक की बेटी के आरोप सही है तो यह बहुत ही गंभीर मसला है की जो लोग न्याय पाने के लिए आये थे उनके साथ कैसे पुलिस ऐसा बर्ताव कर सकती है l
जब परिजन बोल रहे थे की राम जी मिश्रा बीमार है तो उन्हें हवालात में कैसे डाला गया l फिलहाल यह जाँच का विषय है l वही कोतवाली में हुई फरियादी की मौत के मामले में पुलिस शुरुवात से ही यही बोल रही है की कोतवाली परिसर में तबियत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया जहाँ डाक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था l
इधर बेटियां अस्पताल पहुंची तो हैरान रह गई। देखीं तो पिता की सांसे रूकी हुई हैं। दोनों बेटियां चिल्ला- चिल्ला कर कह रहीं थी। पापा आंखे खोलो देखों हम आपसे मिलने आये हैं। कुछ तो बोलो। लेकिन पिता की सांसे रूक चुकी थीं। वो मर चुके थे। बेटियां वहां गिर पड़ीं। दोनों पिता के मुंह पर मुंह रखकर उन्हे बुला रही थी। लेकिन उनकी कौन सुनता । पुलिस की इस रवैये को देखकर हर किसी ने पुलिस की जमकर निंदा की। मामले में एसपी सचिन्द्र पटेल का कहना है की जाँच की जाएगी अगर कोई दोषी है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाही की जाएगी l