
Samajwadi Party
भदोही. लोकसभा चुनाव को लेकर जहां सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव गठबन्धन के माध्यम से चुनाव लड़ने की तैयारियों में जुटे हैं वहीं भदोही में पार्टी के अंदर आपसी गुटबाजी चरम पर है। जबसे जिले में नई कमेटी का गठन हुआ उसके बाद से ही यह गुटबाजी खुल कर सामने आ रही है लेकिन पार्टी के जिम्मेदार नेता इसे दबाने में जुटे हुए हैं।ताजा मामला सपा के बैठक का है जहां से सपाइयों के आपस मे भिड़ने की खबर सामने आई।
पदाधिकारी इस बात से भले ही इनकार कर रहे हों लेकिन यह मामला मामला सोशल मीडिया पर भी चर्चा का विषय बना हुआ है जो लोकसभा चुनावों के मद्देनजर पार्टी के सेहत के लिए गड़बड़ साबित हो सकता है। ज्ञानपुर में सपा कार्यालय पर बैठक के बाद कई ऐसी बातें सामने निकल कर आई जिससे पार्टी में हो रही गुटबाजी साफ तौर पर देखने को मिल रहा है।
बताया जा रहा है कि पार्टी की बैठक के बाद जिला महासचिव ओम प्रकाश यादव से पार्टी के कुछ कार्यकर्ताओं ने अभद्र व्यवहार किया। इसे लेकर जिला कार्यकारिणी की एक आपात बैठक की गई। बैठक में जिला महासचिव ओम प्रकाश यादव से अभद्रता करने के आरोप में पार्टी के तीन नेता राजेन्द्र इस बिंद, राजेन्द्र यादव व बाबा बिंद को पार्टी से छह वर्ष तक निष्काषित करने का प्रस्ताव पास किया गया।
वहीं शाम होते होते सपा नेता राजेन्द्र इस बिंद ने सोशल मीडिया पर मैसेज और एक ऑडियो पोस्ट कर आरोप लगाया कि उन्हें पार्टी के कार्यकर्ता ने मारने की धमकी दी। राजेन्द्र बिंद पार्टी में लोकसभा टिकट की लाइन में लगे हैं ऐसे में इस तरह के मामले सामने आने के कई तरह के सवाल इतने लगे हैं। वहीं इस पूरे मामले पर जिलाध्यक्ष आरिफ सिद्दीकी का कहना है कि समाजवादी पार्टी एक बड़ा और मजबूत परिवार है। परिवार में इस तरह की छोटी छोटी बाते आती रहती है जिसे सुलझा लिया जाता है। उन्होंने कहा कि पूरी पार्टी लोकसभा चुनाव के मद्देनजर तैयारी में जुटी हुई है। ऐसे में अनुशासनहीनता करने वाले लोगों की और पूरे मामले की रिपोर्ट पार्टी आलाकमान को भेजी दी गयी है।
By Mahesh Jaiswal
Published on:
11 Jun 2018 01:53 pm
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