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BHARATPUR NEWS: प्रदेश में 5 साल में नसबंदी के 11,641 ऑपरेशन असफल, सरकार को साढ़े 22 करोड़ की चपत

भरतपुर. 11,641 sterilization operations failed in 5 years, government lost Rs 22.50 crore जनसंख्या वृद्धि पर लगाम लगाने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से हर वर्ष हजारों महिला-पुरुषों की नसबंदी की जा रही हैं लेकिन इनमें से हर वर्ष सैकड़ों नसबंदी ऑपरेशन 'धोखा' दे रहे हैं।

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BHARATPUR NEWS: प्रदेश में 5 साल में नसबंदी के 11,641 ऑपरेशन असफल, सरकार को साढ़े 22 करोड़ की चपत

BHARATPUR NEWS: प्रदेश में 5 साल में नसबंदी के 11,641 ऑपरेशन असफल, सरकार को साढ़े 22 करोड़ की चपत

भरतपुर. 11,641 sterilization operations failed in 5 years, government lost Rs 22.50 crore जनसंख्या वृद्धि पर लगाम लगाने के लिए चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की ओर से हर वर्ष हजारों महिला-पुरुषों की नसबंदी की जा रही हैं लेकिन इनमें से हर वर्ष सैकड़ों नसबंदी ऑपरेशन 'धोखा' दे रहे हैं। विभाग के आंकड़ों की मानें तो बीते पांच साल (वर्ष 2014-15 से वर्ष 2018-19 तक) में कुल 13 लाख, 81,815 नसबंदी ऑपरेशन हुए, जिनमें से कुल 11,641 (11470 महिला एवं 171 पुरुष) केस असफल हुए। नसबंदी के असफल ऑपरेशन का दंश जहां महिला व पुरुषों को झेलना पड़ा है, वहीं सरकार को भी अब तक ऐसे असफल मामलों में करीब साढ़े 22 करोड़ रुपए का मुआवजा देना पड़ा है।

विभाग के जिम्मेदारों की मानें तो नसबंदी ऑपरेशन असफल होने के पीछे कई वजह हैं, जिनमें से एक वजह नस पर लगाई रिंग का टूटना भी है। विभाग के आंकड़ों पर नजर डालें तो बीते पांच साल में सर्वाधिक नसबंदी ऑपरेशन अजमेर में असफल रहे हैं। अजमेर में पांच साल में 59,998 नसबंदी ऑपरेशन हुए, जिनमें से 988 असफल रहे। इसी तरह कोटा में 888 असफल, जयपुर में 715 असफल व भरतपुर में 682 ऑपरेशन असफल रहे। वहीं प्रदेश में राजसमंद जिले में सबसे कम (14) ऑपरेशन असफल रहे।


प्रदेश में विगत पांच वर्षो में असफल हुए 11,6 41 मामलों में अब तक 4158 लोगों को मुआवजे का इंतजार है। सरकार द्वारा अब तक असफल ऑपरेशन मामले में कुल 7483 लोगों को कुल 22 करोड़, 44 लाख, 90 हजार रुपए का भुगतान किया जा चुका है। साथ ही 35 मृत्यु केसेज में 6 2 लाख, 50 हजार रुपए का भुगतान किया गया है। नसबंदी केस असफल होने पर प्रति केस 30 हजार और मृत्यु होने पर प्रति केस दो लाख रुपए का भुगतान किया जाता है।

ऑपरेशन असफल होने के मुख्य कारण
1-कई बार रिंग सही तरह से नहीं लग पाती और बाद में वो अपने स्थान से हिल/हट जाती है।
2- चिकित्सक सही स्थान पर रिंग नहीं लगा पाता।
3-ऑपरेशन के दौरान लगाई गई रिंग बाद में टूट जाती है।

नसबंदी ऑपरेशन के कईबार असफल होने के मामले सामने आते हैं। नसबंदी ऑपरेशन के असफल होने के कईकारण हैं, जिनमें से मुख्य कारण रिंग का अपनी जगह से हिल जाना या मिसप्लेस हो जाना है। असफल मामलों में नियमानुसार लोगों को भुगतान किया जाता है। वैसे नसबंदी ऑपरेशन असफल होने के मामले सफल केसों की तुलना में बहुत कम हैं।
डॉ. असित श्रीवास्तव, अतिरिक्त मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, भरतपुर

जिला असफल केस भुगतान
(महिला-पुरुष) (मामले)
अजमेर 988 588
भीलवाड़ा 393 301
नागौर 297 232
टोंक 136 97
बीकानेर 249 186
चूरू 498 271
गंगानगर 199 143
हनुमानगढ़ 365 302
भरतपुर 682 342
धौलपुर 602 347
करौली 672 292
सवाई माधोपुर 423 226
अलवर 263 168
दौसा 288 192
जयपुर 715 501
झुंझुनू 418 314
सीकर 480 384
बाड़मेर 164 131
जैसलमेर 22 17
जालोर 110 76
जोधपुर 579 343
पाली 183 147
सिरोही 320 208
बारां 324 253
बूंदी 337 252
झालावाड़ 450 264