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मस्टरोल में 77 श्रमिक, हाजिर मिले 29

जिला लोकपाल के निरीक्षण में नहीं मिले सामाजिक अंकेक्षण के कार्य, श्रमिकों की मिली फर्जी हाजिरी

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मस्टरोल में 77 श्रमिक, हाजिर मिले 29

मस्टरोल में 77 श्रमिक, हाजिर मिले 29

भरतपुर. जिला लोकपाल प्रवीण फौजदार ने पंचायत समिति रूपवास की ग्राम पंचायत दौरदा व दाहिना का व उच्चैन की भैसा पंचायत में बुधवार को सामाजिक अंकेक्षण व नरेगा कार्यों का निरीक्षण किया। इस दौरान अंकेक्षण का कार्य होता ही नहीं मिला। सभी पंचायत पर ताले मिले। दौरदा में सचिव की ओर से अंकेक्षण दल को रेकॉर्ड ही उपलब्ध नहीं कराया। जिसकी शिकायत बीआरपी ने की है।
दाहिना व भैंसा पंचायत में भी ताला मिला। नरेगा कार्य का निरीक्षण किया तो कार्य के नाम पर खानापूर्ति मिली। कार्य टास्क के अनुसार केवल 29 श्रमिक उपस्थित मिले जबकि मस्टरोल में 77 श्रमिकों की हाजिरी मिली। मस्टरोल संख्या 1507 का एक भी श्रमिक नहीं मिला । ग्राम पंचायतों के सचिवों से दूरभाष पर सामाजिक अंकेझण जैसे महत्वपूर्ण कार्य अंकेक्षण दल से नहीं कराए जाने का कारण पूछा तो गैरजिम्मेदाराना व असंतोषजनक जबाव मिले। राज्यसरकार के आदेश का खुलेआम अवहेलना करने पर नाराजगी जताई।
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आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग
भरतपुर. सा.स्वा.केन्द्र हलैना में 18 जून को कर्मचारी (फार्मासिस्ट) के साथ हुई मारपीट के के मामले में आरोपियों को गिरफ्तार करने की मांग के साथ कलक्टर को ज्ञापन दिया गया। ज्ञापन में लिखा है कि पीडि़त कर्मचारी की ओर से उसी दिन पुलिस थाना हलैना पर एफआईआर नामजद दर्ज करा दी गई थी। लेकिन अभी तक पुलिस की ओर से अपराधियों को गिरफ्तार नहीं किया गया है। जिससे जिले के समस्त कर्मचारियों में इस घटना के प्रति जबरदस्त रोष व्याप्त है। राजस्थान फार्मासिस्ट कर्मचारी संघ (एकीकृत) भरतपुर इस घटना की कड़े शब्दों में निन्दा करता है व जल्द से जल्द अपराधियों की गिरफ्तारी की मांग करता है।
पुलिस प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द पीडि़त को न्याय दिलवाएं।