script50 बीघा जमीन पर बना कचरे का पहाड़ | A mountain of garbage built on 50 bighas of land | Patrika News

50 बीघा जमीन पर बना कचरे का पहाड़

locationभरतपुरPublished: Jun 25, 2021 07:29:35 am

Submitted by:

Meghshyam Parashar

– खेतों में दिखने लगे बर्बादी के निशां

50 बीघा जमीन पर बना कचरे का पहाड़

50 बीघा जमीन पर बना कचरे का पहाड़

भरतपुर. नगर निगम की मनमर्जी ने एक दर्जन से अधिक गांवों के लोगों का सुकून छीन लिया है। अब उनकी आजीविका पर भी संकट के बादल मंडरा रहे हैं। मक्खी-मच्छरों से जहां घरों में रहना दुश्वार हो रहा है। वहीं किसानों की करीब 100 बीघा जमीन पर फसल की जगह पॉलिथिन एवं अन्य कचरा बर्बादी के निशां के तौर पर दिख रहा है। आलम यह है कि नौंह गांव में करीब 50 बीघा जमीन पर कचरे का पहाड़ बनकर खड़ा हो गया है।
नगर निगम की ओर से नौंह गांव में बनाए गए कचरा घर में प्रतिदिन टनों कचरा डाला जा रहा है। प्रत्येक वार्ड से एक टेम्पो कचरा लेकर नौंह गांव पहुंच रहा है। वहीं कई ट्रॉलियां भी यहां प्रतिदिन कचरा खाली करती हैं। कचरा निस्तारण के नाम पर यहां बाउंड्री वॉल तक नहीं है। ऐसे में यह कचरा उड़कर खेतों में पहुंच रहा है। अब कचरा घर के अलावा खेतों में भी कचरे के निशां ही नजर आ रहे हैं, लेकिन किसानों की पीड़ा की ओर से नगर निगम प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है। हां कागजों में जरूर निगम लोगों को अब भी सपना दिखा रहा है, लेकिन हकीकत में किसानों बर्बाद होती जमीन के कारण आंसू बहाने पर विवश हैं।
दांव पर लगी है लोगों की सेहत

कचरा घर में बेशुमार गंदगी के चलते गांव नौंह सहित आसपास के गांवों के लोगों की सेहत भी दांव पर लगी है। वजह, कचरे में मक्खी-मच्छर पनप रहे हैं, जो लोगों के स्वास्थ्य पर बुरा असर डाल रहे हैं। इसके अलावा यहां कचरे को जलाए जाने के कारण वातावरण प्रदूषित हो रहा है। यह यहां लंबे समय से चल रहा है। इसके चलते लोग तमाम बीमारियों की चपेट में आ रहे हैं।
पार्षद आज शुरू कर सकते हैं आमरण अनशन

नौंह कचरा घर की समस्या का समाधान नहीं होने पर वार्ड 50 के पार्षद रामेश्वर सैनी ने शुक्रवार को नगर निगम सभागार में आमरण अनशन पर बैठने की चेतावनी दी है। पार्षद सैनी ने कहा है कि शुक्रवार को नगर निगम की बोर्ड बैठक होना तय है। यदि बैठक में इस समस्या का ठोस समाधान नहीं हुआ तो वह सभागार में ही अनशन शुरू कर देंगे। सैनी ने कहा कि वह लगातार इस मसले को लेकर महापौर एवं आयुक्त को शिकायत कर रहे हैं, लेकिन अब तक समाधान नहीं हो सका है। सैनी ने कहा कि कई बार नगर निगम की बोर्ड बैठकों में भी इस मुद्दे को उठाया है, लेकिन अब तक नतीफा सिफर ही रहा है। यदि शुक्रवार को इसका समाधान नहीं हुआ तो वह सभागार में ही अनशन पर बैठ जाएंगे।
यह बोले स्थानीय निवासी

नौंह कचरा घर के कारण आसपास के ग्रामीणों को बहुत समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। मक्खी-मच्छर बहुत हैं। पॉलिथिन जलने से वायु प्रदूषण हो रहा है। साथ ही इससे उपजाऊ जमीन भी बंजर हो रही है।
– भोजू पंडित, स्थानीय निवासी
कचरा घर किसकी परमिशन से हमारे गांव में लगाया गया है। क्या इससे पहले गांव वालों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखा गया। कचरा घर से लोगों को तमाम तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इसका जिम्मेदार कौन है।
– दीपक पाराशर, स्थानीय निवासी
गांव के किसान कचरा घर के कारण खेती-बाड़ी छोडऩे को मजबूर हो रहे हैं। इससे दिन-रात बदबू रहती है। हमेशा आग लगने का डर बना रहता है। आवारा श्वान मृत मवेशियों को खेतों में खींच लाते है और फसल केा खराब करते हैं।
– सुरेन्द्र सिंह कश्यप, स्थानीय निवासी
कचरे से गांव में दुर्गंध का वातावरण रहता है। कचरा जलाए जाने के कारण यहां हर समय प्रदूषण रहता है। इससे लोगों के स्वास्थ्य को खतरा बना हुआ है, लेकिन इस ओर नगर निगम प्रशासन का कोई ध्यान नहीं है।
– दीपक गुधैनिया, स्थानीय निवासी
गांव में कचरा स्थल लोगों की परेशानी का सबब बन गया है। कचरे से जहां मक्खी-मच्छर पनप रहे हैं। वहीं यह खेती के लिए भी खतरा बना हुआ है। इसको लेकर कोई सुनवाई नहीं हो रही है।
– मुकेश कुमार बघेल, स्थानीय निवासी
गांव नौंह में बने कचरा घर से लोगों को काफी परेशानी हो रही है। प्रदूषण के कारण यहां बीमारियां पनपने का अंदेशा बना हुआ है। मक्खी-मच्छरों के कारण यहां रहना मुश्किल हो रहा है।
– प्रेम सिंह जाटव, स्थानीय निवासी
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