भरतपुर। बीमार बच्चे और जननी अब सहज रूप से इलाज के लिए अस्पताल पहुंच सकेंगे। भीड़भाड़ वाले क्षेत्र में उनके वाहन जाम में नहीं फंसेगे। यह कवायद इसलिए की जा रही है कि गर्भवती और बीमार नौनिहाल बच्चों को समय पर इलाज देकर उनकी जान को सुरक्षित किया जा सके। राज्य सरकार ने अब तक मोरी चार बाग क्षेत्र में चल रहे जनाना अस्पताल की इमरजेंसी सेवाओं को अन्य जगह शिफ्ट करने के निर्देश जारी किए हैं। इसके अलावा नगर निगम कार्यालय और मंडी भी अन्य जगह शिफ्ट होगी।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने हाल ही में 11 अक्टूबर को जिला कलक्ट्रेट सभागार में भरतपुर-डीग जिले की बजट घोषणाओं की प्रगति के लिए समीक्षा बैठक की थी। चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की बजट घोषणाओं की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री की ओर से निर्देश दिए गए कि नवीन प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र, उपजिला अस्पताल एवं जिला अस्पताल से संबंधित निर्माण कार्यों के कार्यादेश शीघ्र जारी किए जाएं, ताकि इन कार्यों का शिलान्यास शीघ्र कराया जा सके।
सीएम ने निर्देश दिए कि जनाना अस्पताल काफी सघन एवं भीड़ वाले क्षेत्र में स्थित है। ऐसे में इसे अन्यत्र स्थानांतरित किया जाए। इसके लिए भूमि चिह्नित कर जल्द ही अस्पताल को शिफ्ट किया जाए, जिससे यहां आने वाली गर्भवती एवं बीमार बच्चों को इलाज में सहूलियत मिल सके। जिला प्रशासन एवं अस्पताल प्रशासन इसके लिए जगह चिह्नित करने में जुट गया है।
मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने कहा था कि जनाना अस्पताल भीड़भाड़ वाले इलाके में है। ऐसे में यहां गर्भवती महिला एवं बीमार छोटे बच्चों को पहुंचने में दिक्कत होती है। गर्भवती महिला एवं बच्चों के लिए मेडिकल कॉलेज के पास बनने वाले ट्रोमा के पास ही 100 बेड का महिला अस्पताल बनाने पर मंथन चल रहा है। इससे इमरजेंसी में आने वाले मरीजों को तकलीफ नहीं होगी। सभी इमरजेंसी सुविधाएं यहीं मरीजों को मिल जाएंगी।
अस्पताल प्रशासन का मानना है कि आने वाले समय में जनसंख्या बढ़ेगी। ऐसे में आने वाले 10 सालों को देखते हुए इसका प्लान किया जा रहा है। हालांकि जनाना अस्पताल को वर्तमान जगह पर ही रखने की योजना है। अन्य इमरजेंसी सेवाएं उपलब्ध कराने के लिए मेडिकल कॉलेज के पीछे 100 बेड का नया अस्पताल बनाने पर मंथन शुरू हो गया है।
Published on:
25 Oct 2024 05:49 pm