
भरतपुर। जनवरी माह में सर्दी ने लोगों को पूरी तरह से ठिठुरा कर रखा है। गिरते तापमान के बीच कोहरा और सर्द हवाएं लोगों को खूब सता रही हैं। इस बीच सबसे ज्यादा मुश्किल स्कूल जाने वाले छोटे बच्चों को हो रही है। सरकारी स्कूलों में तो और भी हाल खराब हैं। खून जमाती सर्दी के बीच छोटे बच्चे स्कूल में फर्श पर बैठने को विवश हैं। हैरानी की बात यह है कि यह वही स्कूल हैं, जहां बच्चों को सिखाया जाता है कि सर्दी से बचने के लिए किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
भीषण सर्दी के बीच पत्रिका टीम स्कूल पहुंची
पत्रिका टीम ने मंगलवार को तेज सर्दी के दौरान शहर के सरकारी विद्यालयों के हाल देखे। ज्यादातर स्कूलों में बच्चों को बैठने के लिए टेबिल-कुर्सी नहीं होने से वह फर्श और दरी-पट्टी पर बैठे नजर आए। किला स्थित मोन्टेसरी स्कूल की 9वीं चौथी, छठवीं व दसवी क्लास के विद्यार्थी जमीन पर फर्श पर बैठते नजर आए। वहीं अन्य क्लासों के विद्यार्थी भी फर्श पर बैठे नजर आए। मोन्टेसरी स्कूल की प्रिंसीपल अनु चौधरी ने बताया 11वीं-12वीं क्लास के लिए टेबिल-कुर्सी है। इसके अलावा अन्य क्लासों के लिए दरी व फर्श ही है।
स्कूल प्रशासन लापरवाह
गोपालगढ़ महात्मा गाधी इंग्लिश विद्यालय की छठवीं क्लास के बच्चे फर्श पर बैठे थे। प्राचार्य भावना धनकर ने बताया कि हमारा स्कूल पुराना है। इसलिए हमारी दो क्लासों में ही फर्नीचर नहीं है बाकी सभी क्लासों में फर्नीचर है। पटपरा मोहल्ला में दो विद्यालय चल रहे हैं, जिसमें राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय कच्चा कुंडा व महात्मा गांधी इंग्लिश मीडियम के किसी भी क्लास में फर्नीचर नहीं होने से कडकड़ाती सर्दी में जमीन पर दरी-पट्टी पर बैठने को मजबूर हैं। शहर के किला स्थित श्रीमती प्रीतम कौर राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय में बच्चों की परीक्षा के लिए पूर्व में फनीर्चर आया था, जो अभी भी वहीं रखा हुआ है। ऐसे में बच्चे अब किराये पर फर्नीचर पर बैठ रहे हैं। हालांकि यहां बच्चों के लिए स्थाई फर्नीचर की कोई व्यवस्था नहीं है।
Published on:
24 Jan 2024 01:51 pm
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