जानकरी के अनुसार पहाडी थाने के गांव सावलेर निवासी समसू नामक व्यक्ति ने एक साल पहले हरियाणा के सलम्बा गांव से एक डम्पर को ९ लाख ५० हजार रुपए में खरीदा था। जिसका बिक्री नामा अख्तर नामक व्यक्ति ने किया। बाद मे पता चला यह डम्पर रसीद नामक व्यक्ति का है। जिसमें कुछ रकम बकाया रह गई थी। इस मामले को लेकर ताबडू पुलिस कर्मी सीआई के साथ सादा वर्दी में पहाडी थाना क्षेत्र के गांव मंगूसका, सावलेर व सोमका आदि स्थानों पर डम्पर की तलाश कर रही थी। इस दौरान पुलिस ने एक स्थान से चालक सहित डम्पर को कब्जे में ले लिया और हरियाणा ले जा रही थी। इसकी सूचना मिलने पर ग्रामीणों ने हरियाणा पुलिस का बदमाश समझकर पीछा किया और डंपर को उनके कब्जे से छुड़ा लिया। इस दौरान सोमका चौराहे व मदरसे के समीप काफी भीड़ जामा हो गई। ग्र्रामीणों के अनुसार पुलिस ने इस दौरान फायरिंग भी की। घटना की सूचना पर पहाड़ी थाना प्रभारी नेकीराम मय जाप्ते मौकेे पहुंचे और ग्रामीणों को हरियाणा की पुलिस होने का विश्वास दिलाया। बाद में हरियाणा पुलिस को वह थाने ले आए। थाना प्रभारी ने बताया कि सूचना मिली थी कि हरियाणा पुलिस से चोरी के डंपर को ग्रामीण छुड़ा ले गए हैं। जिस पर वह मौके पर पहुंचे और जानकारी की। सादा वर्दी में होने से गलतफहमी हो गई थी। ग्रामीणों का कहना है कि सादा वर्दी में होने पर बदमाश समझ मारपीट कर दी जिस पर पुलिस ने फायरिंग कर दी। ग्रामीणों ने पुलिस को तीन मृत कारतूस भी सौंपे हैं। हालांकि, रात तक मामले में कोई रिपोर्ट दर्ज नहीं हुई है।