फोटो झूठ नहीं बोलता, बैकग्राउंड में नजर आ रहा थाने का वायरलेस पत्रिका ने आयशर केंट्रा का जो फोटो प्रकाशित किया है, पुलिस उसे भी नकार रही है। जबकि फोटो में पहाड़ी थाने में लगा वायरलेस का एंटिना केंट्रा के पीछे साफ दिख रहा है। केंट्रा के बगल में अन्य जब्त वाहन भी नजर आ रहे है। जो सोमवार को भी थाने में खड़े थे। पहाड़ी पुलिस के कारनामे लंबे समय से चर्चा में रहे हैं, बीते दिनों तिलकपुरी-कांहौर गांव में पुलिस पर आरोपियों को छोड़ देने का आरोप लगा था। यहां पुलिस ने एक कार को बरामद करने पहुंची थी और एक इनामी बदमाश को भी पकड़ लिया, लेकिन ग्रामीणों के विरोध करने पर उसे छोडऩ़ा पड़ा था। हालांकि गोपालगढ़ पुलिस कार व पुलिस की प्राइवेट गाड़ी को ग्रामीणों के चंगुल से छुड़ाकर लाने में सफल रही थी, लेकिन फिर भी पहाड़ी पुलिस ने गोपालगढ़ थाने में इस संबंध में कोई मामला दर्ज नहीं कराया।
कामां सर्किल की पुलिस का विवादों से नाता हकीकत यह है कि कामां सर्किल के कामां, पहाड़ी, जुरहरा, कैथवाड़ा, गोपालगढ़, जुरहरा के अलावा मेवात के हर थाने का विवादों से नाता रहा है। कभी गौतस्करों का सहयोग करने तो कभी खननमाफिया का साथ निभाने तो कभी राजनैतिक रसूख के दबाव में अपराधियों के साथ सांठगांठ का आरोप। कुछ माह पहाड़ी के तत्कालीन एसएचओ ने हिम्मत दिखाते हुए कार्रवाई की ता उन्हें वहां से हटा दिया गया। मतलब साफ है कि मेवात के थानों में हां मिलाने वाले अधिकारियों की डिमांड अधिक हो रही है।
-पत्रिका में छपी खबर के आधार पर पहाड़ी थाना प्रभारी से इस संबंध में वस्तुस्थिति की रिपोर्ट मांगी गई है।
-पत्रिका में छपी खबर के आधार पर पहाड़ी थाना प्रभारी से इस संबंध में वस्तुस्थिति की रिपोर्ट मांगी गई है।
प्रदीप कुमार यादव, सीओ कामां