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माननीय भूले फर्ज, बढ़ रहा जननी का मर्ज

भीषण गर्मी में नहीं हवा का इंतजाम- अस्पताल प्रशासन के कान पर नहीं रेंग रही जूं, बड़ा सवाल ये...यह नींद में है या कर रहे मक्कारी

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माननीय भूले फर्ज, बढ़ रहा जननी का मर्ज

माननीय भूले फर्ज, बढ़ रहा जननी का मर्ज

भरतपुर. मरीजों का मर्ज मिटाने का दावा करने वाले 'माननीयÓ अपना फर्ज भूलते नजर आ रहे हैं। यही वजह है कि जननी का मर्ज मिटने का नाम नहीं ले रहा है। मर्ज पर मल्हम तो दूर जनाना में जननी को पंखे-कूलर की हवा तक नसीब नहीं हो रही है। साथ ही नवजात भी गर्मी में कुम्हलाते नजर आ रहे हैं। आलम यह है कि गर्मी में व्याकुल जच्चा-बच्चा की आह सुनने वाला यहां कोई नजर नहीं आ रहा।
प्रदेश में चिकित्सा व्यवस्थाओं की बागडोर संभालने का जिम्मा जिले से ताल्लुक रखने वाले चिकित्सा राज्यमंत्री पर है, लेकिन संभाग मुख्यालय के जनाना अस्पताल की पीड़ा देखने की फुर्सत उन्हें नहीं मिल रही है। भीषण गर्मी में पसीने से लथपथ मरीज व्यवस्थाओं को कोसते नजर आ रहे हैं, लेकिन अस्पताल प्रशासन के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। अस्पताल के वार्डों में लगे कूलर-पंखे हवा के नाम पर मरीजों को चिढ़ाते नजर आ रहे हैं। आलम यह है कि कई कूलर बंद पड़े हैं तो किसी में पानी भरने की व्यवस्था नहीं है। कई पंखे खुद हांफ रहे हैं तो कई चलने का नाम ही नहीं ले रहे हैं। यही वजह है कि मरीजों को यहां राहत नहीं मिल रही है।

अस्पताल सरकारी, कूलर-पंखे निजी

अस्पताल प्रशासन ने मरीजों को राहत देने के नाम पर आंखें बंद कर ली हैं। ऐसे में मरीजों के परिजन घर से कूलर-पंखे लाकर मरीजों को हवा के जतन कर रहे हैं। अस्पताल प्रशासन ने गैलरी एवं बरामदों में लगे पंखों के कनेक्शन तक काट दिए हैं। ऐसे में तीमारदार पसीने-पसीने हो रहे हैं। मरीजों ने बताया कि वह रात-रात भर पंखा झलकर गर्मी से निजात पा रहे हैं, लेकिन अस्पताल प्रशासन उनकी सुनवाई नहीं कर रहा है।

यह बोले मरीज और परिजन

29 जून को पुत्र हुआ था। उसकी तबीयत खराब है, जो एनआईसीएम में भर्ती है। बाहर बैठकर इंतजार करना पड़ता है, लेकिन यहां पर अस्पताल प्रशासन की ओर से पंखों के तार भी काट दिए हैं। उमस इतनी है कि बैठना मुश्किल हो रहा है।
- राजू, निवासी कुम्हेर गेट

मेरे छोटे भाई की बहू आवा रानी शनिवार से एनआईसीएम के अमृत कक्ष में भर्ती है। बड़ा हॉल है, लेकिन इसमें सिर्फ दो ही पंखे लगे हैं। उमस के कारण हाल-बेहाल है। गर्मी की वजह से रात निकालना मुश्किल हो जाता है।
- महेंद्र सिंह, नोनेरा कामां

मेरी बहन अर्चना को बच्चा हुआ है, जो पोस्ट नेटल वार्ड की शिशु इकाई में भर्ती है। वार्ड का पंखा खराब पड़ा हुआ है। गर्मी के कारण सभी मरीज और परिजन बहुत परेशान हैं। यहां मजबूरी में रुकना पड़ रहा है।
- मिथिलेश, निवासी त्योंगा

गर्मी में तेज उमस से हाल बेहाल हैं। बहू सायना का बच्चा हुआ है, एनआईसीएम में भर्ती है। यहां गर्मी से रहना मुश्किल हो रहा है। वार्ड में कूलर लगने चाहिए, जिससे गर्मी से राहत मिल सके।
- केसंती, निवासी गोबरा

गर्मी इतनी है कि अस्पताल में भर्ती बहू कृष्णा को घबराहट हो रही थी। बेड के ऊपर लगे पंखे की हवा नहीं आ रही थी। इसलिए घर से पंखा लेकर आना पड़ा। अस्पताल में सभी मरीज परेशान हैं।
- चंदा निवासी वैद्य कॉलोनी गोपालगढ़

मेरी बहन पिंकी निवासी पचोरा कुम्हेर गायनी वार्ड में भर्ती है। गर्मी और उमस बहुत है। गर्मी से हाल बेहाल हैं। वार्ड में उमस के चलते टिकना मुश्किल हो रहा है। मरीजों को राहत देने के कोई इंतजाम नहीं हैं।
- शैतान सिंह, निवासी कठूमर

वार्ड में गर्मी की वजह से बहू सपना को घबराहट हो रही थी। यहां कूलर-पंखों की पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने के कारण घर से पंखा लेकर आना पड़ा है।
- आशा देवी, निवासी सर्वोदय नगर कॉलोनी

मेरी पत्नी सपना कुमारी को पुत्र हुआ है। वह वार्ड में भर्ती है। वार्ड में गर्मी बहुत है। वार्डों में पंखा भी सही तरीके से नहीं चल रहे। ऐसे में घर से पंखा लाना पड़ा है।
- रविन्द्र सिंह, निवासी सर्वोदय नगर