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जेल अद्यीक्षक मुख्यालय कारावास जयपुर महेश चन्द बैरवा के नेतृत्व में 5 सदस्यीय टीम द्वारा सर्च अभियान चलाया गया। सर्च अभियान के दौरान जेल की बैरकों की गहनता से जांच के साथ टीम ने सभी बंदियों, बैरक, बिस्तर, लंगर, शौचालय आदि की तलाशी ली। इस दौरान जेल की दीवारों बने छेदों से टीम ने तीन मोबाइल फोन, एक सिम, मोबाइल बैटरी व कुछ अन्य उपकरण बरामद किए। जिन्हें दीवार में सुराग (छेद) कर छिपाया हुआ था। उससे पहले टीम ने जेल के अंदर बैरकों, शौचालयों, जेल के बाहर तथा अन्य जगहों की गहनता से तलाशी लेकर जांच की। इसके अलावा जेल में हवालातियों व कैदियों की और उनके सामान की तलाशी ली। इस अभियान के तहत टीम ने जेल का चप्पा-चप्पा खंगाला। टीम की ओर से तलाशी अभियान के दौरान जेल में मोबाइल मिलने के बाद सवाल उठ रहे हैं कि मोबाइल जेल में कैसे पहुंचे।
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सेवर जेल में भी मिल चुका है मोबाइलजिला प्रशासन ने मार्च माह में जिला कारागृह का निरीक्षण किया था। इस दौरान एक बंदी से एंड्राइड मोबाइल एवं चार्जर बरामद किया था। गिरधर सिंह पुत्र छिंगाराम निवासी सेवर हाल प्रहरी नंबर 1766 केन्द्रीय कारागृह ने सेवर थाने में दर्ज कराई रिपोर्ट में कहा था कि 12 मार्च की रात्रि करीब 8 बजे वार्ड नंबर 13 बैरिक बी एवं वार्ड नंबर 15 की पूरनचंद शर्मा एवं विजय सिंह कारापाल की मौजूदगी में तलाशी ली गई। इस दौरान वार्ड नंबर 13 की बैरिक में निरुद्ध दंडित बंदी लवकुश पुत्र मोहन सिंह के बिस्तर से एक एंड्राइड मोबाइल मय सिम एवं चार्जर बरामद किया गया था।