
राजस्थान में आरक्षण की आग... दिन सात, किलोमीटर दस!
Reservation fire in Rajasthan... Day seven, kilometer ten!
-आगरा-बीकानेर राजमार्ग 7 दिनों से बाधित
-राजमार्ग पर तेज गर्मी में बैठे आंदोलनकारी मांगों को लेकर अडिग
भरतपुर. माली सैनी कुशवाहा आरक्षण आंदोलन का गुरुवार को सातवां दिन है। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 21 पर आंदोलनकारी अपना कब्जा किए हुए हैं। 10 किलोमीटर क्षेत्र के गांव का जनजीवन पूरी तरह से अस्त-व्यस्त है। एक तरफ आंदोलनकारी मृतक के परिवार के लिए एक करोड़ रुपए आर्थिक सहायता, सरकारी नौकरी व शहीद का दर्जा की मांग पर अडिग हैं । वहीं दूसरी तरफ प्रशासन आत्महत्या प्रकरण में सरकारअनुदान नहीं देने की बात कह रहा है।
दो दर्जन वार्ता विफल
प्रशासन व आंदोलनकारियों के बीच 2 दिन में दर्जनों बार वार्ता का दौर हो चुका है लेकिन कोई हल नहीं निकल पा रहा है। आंदोलनकारियों का आरोप है कि जिम्मेदार प्रशासनिक अधिकारी आमजन की परेशानियों के प्रति गंभीर नहीं है।
करीब 10 किलोमीटर चपेट में!
आंदोलन स्थल के 10 किलोमीटर क्षेत्र के गांव बुरी तरह से त्रस्त हैं। यही नहीं पुलिस प्रशासन के जवान भी खासे परेशान नजर आ रहे हैं। कोई पेड़ के नीचे कोई मंदिर में कोई सडक़ पर कोई डिवाइडर पर यहां-वहां धूप में अपनी ड्यूटी कर रहें। यही नहीं जवानों को सडक़ पर ही रात गुजारनी पड़ रही है।
मृतक परिवार को आर्थिक सहायता
उधर, आरक्षण आंदोलन स्थल पर उच्चैन क्षेत्र के नगला परमा निवासी समाजसेवी दौलत सिंह फौजदार पहुंचे। और उन्होंने मृतक की पत्नी अमरा देवी को 2 लाख पचास हजार रुपए की आर्थिक सहायता राशि प्रदान की। उन्होंने अपने संबोधन में कहा कि क्षेत्र में सभी जाति धर्म के लोग पूर्ण सद्भाव के साथ रह रहते हैं। किसी व्यक्ति या जाति की परेशानी में उसका सहयोग करना मानव धर्म है। और मानव धर्म से बढकऱ कोई धर्म नहीं होता। इससे पूर्व आज आरक्षण स्थल पर आंदोलनकारियों ने 2 मिनट का मौन रखकर मृतक मोहन सिंह सैनी की आत्मा की शान्ति के ईश्वर से प्रार्थना की।
मृतक की पत्नी बीमार
आरक्षण आंदोलन स्थल पर मृतक की पत्नी व पुत्र के स्वास्थ्य परीक्षण के लिए पहुंची चिकित्सा टीम मृतक की पत्नी का स्वास्थ खराब पाए जाने पर हलैना के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर लाई। वह उच्च रक्तचाप से पीडि़त थीं।
Published on:
27 Apr 2023 06:10 pm
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