आखिर किसने मांगे थे ऑपरेशन के 10 हजार रुपए लुपिन की ओर से महिला सुनीता को 11 हजार रुपए की सहायता राशि दिए जाना तीन दिन पहले ही तय हो चुका था, लेकिन संस्था ने उससे दोगुना सहायता राशि देकर अच्छी भूमिका निभाई है। दूसरा पहलू यह भी है कि जिस निजी हॉस्पिटल में ऑपरेशन के बाद से ही महिला की लगातार खबरें प्रकाशित होने के साथ ही विवाद खड़ा हो रहा था, उसे आठ दिन गुजरने के बाद महिला की कमजोर आर्थिक स्थिति का पता क्यों लगा, आखिर आरबीएम अस्पताल में 10 हजार रुपए ऑपरेशन के नाम पर मांगने वाला कौन था। चर्चा यह भी है कि निजी हॉस्पिटल में आरबीएम अस्पताल के ही किसी एक डॉक्टर के ऑपरेशन करने की बात सामने आ रही है। हालांकि अभी तक जांच का विषय बना हुआ है। इससे पहले भी आरबीएम अस्पताल में दलालों के माध्यम से ऑपरेशन के नाम पर कमीशन वसूलने की शिकायत होती रही है, परंतु जांच के नाम फौरी कार्रवाई कर इतिश्री कर दी जाती है। हालांकि इस प्रकरण में महिला सुनीता का कहना था कि उसे आर्थिक सहायता मिल चुकी है, इसलिए वह अब अपने गांव जा रही है।