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विश्वेंद्र सिंह ने उठाया सवाल…एसएमई ने निरीक्षण बाद भी क्यों नहीं की कार्यवाही

locationभरतपुरPublished: Apr 19, 2021 05:41:38 pm

Submitted by:

Meghshyam Parashar

-रूपवास तहसील में बंशीपहाड़पुर, बंध बारेठा, महलपुरचूरा में सैंड स्टोन खनिज के अवैध व्यापार की शिकायत, मुख्यमंत्री को भेजी शिकायत

विश्वेंद्र सिंह ने उठाया सवाल...एसएमई ने निरीक्षण बाद भी क्यों नहीं की कार्यवाही

विश्वेंद्र सिंह ने उठाया सवाल…एसएमई ने निरीक्षण बाद भी क्यों नहीं की कार्यवाही

भरतपुर. पिछले दिनों जिले के पहाड़ी इलाके में अवैध तरीके से रॉयल्टी वसूल करने की शिकायत नदबई विधायक जोगिन्दर सिंह अवाना की ओर से करने के बाद अब मामले में नया मोड आ गया है। अब डीग-कुम्हेर विधायक व पूर्व कैबीनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने मुख्यमंत्री को पत्र भेजकर रूपवास तहसील में बंशीपहाड़पुर, बंध बारेठा, महलपुरचूरा में सैंड स्टोन खनिज के अवैध व्यापार की शिकायत मुख्यमंत्री से की है।
पत्र में उल्लेख किया है कि रूपवास तहसील में बंशीपहाड़पुर में सैंड स्टोन के अवैध स्टॉकों पर एक अप्रेल 2021 को सहायक खनि अभियंता रूपवास, खनि अभियंता भरतपुर एवं सर्वेयरों की टीम की ओर से सर्वे किया गया था। इसमें दीक्षा कंस्ट्रक्शन एवं चैतन्य कंस्ट्रक्शन नाम की दो फर्मों के खिलाफ भारी मात्रा में अवैध गतिविधियां पाई गई थी। इन दोनों फर्मों की ओर से धौलपुर के रवन्ना से स्टॉक दिखाया गया था। इनका भौतिक सत्यापन व ब्लॉकों के नमूने मिलान की कार्यवाही की गई है। इसकी रिपोर्ट अभी तक गोपनीय रखी गई है। इस कार्यवाही को विभाग की ओर से छिपाया जा रहा है। सवाल उठता है कि आखिर उक्त फर्मों का लैंड कनवर्जन के बिना स्टॉक की मंजूरी क्यों दी गई है। स्टॉक के ब्लॉकों का भौतिक सत्यापन कराकर रिपोर्ट बनाई जाए। इन स्टॉकों पर धौलपुर की खानों के रवन्नाओं को चढ़ाया गया है या नहीं, चढ़ाए गए रवन्नाओं वाली खानों का सत्यापन कराया गया है या नहीं, स्टॉक पर मिले ब्लॉकों की जियोलोजिस्ट से नमूने की जांच की गई है या नहीं, इसमें यह स्पष्ट हो कि यह माल जिस खान के रवन्ना का है उसी का माल है नहीं, उक्त कार्यवाही में छह अप्रेल 2021 को अधीक्षण खनि अभियंता की ओर से भी मौका निरीक्षण किया गया है। उनकी ओर से इस संबंध में अभी तक कार्यवाही क्यों नहीं की गई है।
अधिकारियों के बीच फंसी फाइल, आपसी लड़ाई भी जगजाहिर

शिकायतों के इस दौर के बीच यह भी बात सामने आई है कि जिले में पिछले कुछ माह से खनन के ठेकेदारों के बीच आंतरिक लड़ाई चल रही है। ऐसे में दोनों ही गुट एक-दूसरे की शिकायतों के साथ नुकसान पहुंचाने की कोशिश में जुटे हैं। जबकि अधिकारी मामले से बचते नजर आ रहे हैं। जब इस मामले को लेकर एसएमई प्रताप सिंह मीणा, एमई रामनिवास मंगल व एएमई ललित मंगल से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया। इतना ही नहीं पांच अप्रेल 2020 को रूपवास के ही इस मामले को लेकर वहां के सहायक खनि अभियंता की ओर से खनिज के क्लोजिंग बैलेंस में 199.05 टन अंतर पाए जाने की पुष्टि की है। इसमें 15 दिवसीय चेतना पत्र भी जारी करने की बात कही है।
नदबई विधायक भी कर चुके हैं पहाड़ी की शिकायत

खास बात यह भी है कि पिछले दिनों नदबई विधायक जोगिन्दर सिंह अवाना भी पहाड़ी इलाके रॉयल्टी ठेकेदारों, अवैध खननकर्ता व अधिकारियों के खिलाफ कार्यवाही करने की मांग कर चुके हैं। इस मामले को लेकर उन्होंने मुख्य सचेतक महेश जोशी को ज्ञापन दिया था। इसके बाद कमेटी गठित की गई थी। हालांकि कमेटी की रिपोर्ट रसूख के दबाव में अभी तक सार्वजनिक नहीं की गई है। बात यहां पर ही खत्म नहीं होती इसी दबाव के खेल को लेकर मेवात के ही एक विधायक ने भी अवैध खनन की शिकायत की है। हालांकि विधायक ने पत्र वायरल होने के बाद कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया।

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