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लॉकडाउन में महाराष्ट्र से चने की ट्रक में छुपकर छत्तीसगढ़ पहुंचे 11 मजदूर, आधी रात खटखटाने लगे घर का दरवाजा

महाराष्ट्र चंद्रपुर में फंसे 11 मजदूर शुक्रवार को खुर्सीपार भिलाई लौटे। लौटने के लिए उन्होंने नया तरकीब निकाला। सभी चना से लोड ट्रक में छुपकर आए। (Corona lockdown in chhattisgarh)  

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भिलाई

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Dakshi Sahu

Apr 11, 2020

लॉकडाउन में महाराष्ट्र से चने की ट्रक में छुपकर छत्तीसगढ़ पहुंचे 11 मजदूर, आधी रात खटखटाने लगे घर का दरवाजा

लॉकडाउन में महाराष्ट्र से चने की ट्रक में छुपकर छत्तीसगढ़ पहुंचे 11 मजदूर, आधी रात खटखटाने लगे घर का दरवाजा

भिलाई. महाराष्ट्र चंद्रपुर में फंसे 11 मजदूर शुक्रवार को खुर्सीपार भिलाई लौटे। लौटने के लिए उन्होंने नया तरकीब निकाला। सभी चना से लोड ट्रक में छुपकर आए। जब रात में घर पहुंचे और दरवाजा खटखटाया तब परिवार के लोगों ने घर में घुसने से पहले उन्हें नहलाया। इसके बाद घर के अंदर आने दिया। पड़ोसियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। पुलिस ने सभी को चिन्हित किया। मेडिकल टीम बुला कर उन्हें कुम्हारी में क्वारंटाइन किया गया।

सभी का सैंपल लेकर जांच के लिए भेजा गया। खुर्सीपार टीआई सुरेन्द्र उके ने बताया कि गुरुवार रात करीब 11 बजे 11 मजदूर महाराष्ट्र से पहुंचे। जोन-3 निवासी ठेकेदार हैदर अली ने उनकी वापसी के लिए भिलाई से लाइनअप किया। हैदर ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि महाराष्ट्र चंद्रपुर जिला तडाती ग्रेस प्लांट स्पंज आयरन कंपनी में ठेकेदारी करता है। लॉक डाउन में सभी फंस गए थे। कंपनी ने निकाल दिया था। खाने पीने की परेशानी हो रही थी। इसलिए सभी मजदूरों को चना से भरे ट्रक में बैठाकर लाने का इंतजाम किया। खुर्सीपार से 9 मजदूर, पाटन-2 और भिलाई तीन से एक मजदूर शामिल हैं। (Bhilai police)

बोरों के बीच में जगह बनाकर छुपे रहे
चंद्रपुर से एक ट्रक चना लोड हुआ था। उसी ट्रक के ड्राइवर से बात की। फिर चना के बीच में जगह बनाया। चारों तरफ बोरा रखा और उसके बीच में खाली जगह में सभी छुप कर बैठ गए। हवा आने की जगह बनाई। फिर तिरपाल से ट्रक को बांध दिया। हवा के लिए तिरपाल को ऊपर से फाड़ दिए थे, जिससे सांस ले सके। महाराष्ट्र और दुर्ग बार्डर को भेदते हुए निकल आए। बार्डर पर पुलिस को भनक नहीं लगी। सभी घर सकुशल पहुंच गए।

राहत की बात कि सभी की रिपोर्ट निवेटिव आई है - सीएमएचओ
सीएमएचओ डॉ. गंभीर सिंह ठाकुर ने बताया कि महाराष्ट्र से आए सभी 11 लोगों की जांच की गई। सभी का सैंपल जांच के लिए एम्स भेजा गया था। महाराष्ट्र की स्थिति को देखते हुए प्राथमिकता के आधार सैंपल की जांच की गई। वहां से रिपोर्ट मिल गई है। सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई है। सभी को क्वाराइंट सेंटर में रखा गया है। फिर 14 दिन बाद सैंपल लेकर जांच कराई जाएगी। उनके घर वालों से भी एहतियात बरतने कहा गया है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र से आए लोगों के परिजनों व पड़सियों ने सतर्कता दिखाई। पुलिस को सूचना दी। हर किसी को इसी तरह अपनी जिम्मेदारी निभानी होगी। तभी हम कोरोना संक्रमण पर विजय हासिल कर सकेंगे। डॉ. ठाकुर ने लोगों से अपील की है कि आपके घर या पड़ोस में किसी दूसरे राज्य या और कही बाहर से आकर कोई रह रहा हो तो इसकी सूचना जरूर दें।

कुम्हारी क्वारंटाइन सेंटर में रखा
महाराष्ट्र से लौटे 9 मजदूर धरमकांटा गेट खुर्सीपार में उतरे। रात 11 बजे पैदल सभी अपने घर पहुंचे। परिजनों को दरवाजा खोलवाया। यहां परिजनों ने सजगता दिखाई। उन्हें अंदर नहीं घुसने दिया। पहले साबुन से बाहर ही नहलाया। इसके बाद घर के अंदर एक कमरे में रहने दिया। पड़ोसियों ने इसकी सूचना पुलिस को दी। सूचना पर पुलिस पहुंची। सभी को अपने कब्जे में लिया। शुक्रवार को मेडिकल टीम के बुलाया। सभी का स्वास्थ्य परीक्षण कराया। कुम्हारी क्वारंटाइन सेंटर में उन्हें रखा गया।

ये मजदूर लौटे
खुर्सीपार असरफी मस्जिद के पीछे निवासी मोहम्मद सौयल, नुगालु²ीन, मोहम्मद खालिद, शिवाजी नगर अटल आवास के पास निवासी नुदरत, जोन-2 निवासी रामनारायण शर्मा, जोन-3 किशन कुमार मांझी, शिवानंद प्रसाद, सेक्टर-10 कार्तिक राव, आईटीआई के सामने निवासी कार्तिक निशाद, पाटन खम्हरीया निवासी सोनू उर्फ सूर्यकांत साहू और तेजप्रकाश साहू।