
IIT Bhilai: बीटेक छात्र की संदिग्ध मौत… IIT भिलाई में छात्रों का हंगामा, रातभर छात्रों का प्रदर्शन...(photo-patrika)
Bhilai IIT: शिक्षा विभाग में अभी अलग-अलग जानकारियों के लिए 10 से ज्यादा मोबाइल ऐप का उपयोग किया जा रहा है, लेकिन अब इन सभी ऐप से शिक्षकों और शिक्षा विभाग के अधिकारियों को मुक्ति मिल जाएगी।
समग्र शिक्षा विभाग की ओर से विभाग के सभी कामकाजों के लिए एक ही ऐप बनाने पर काम किया जा रहा है। इसमें सभी काम एक ही ऐप पर हो जाएंगे। इससे संबंधित अधिकारियों को मल्टीपल ऐप डाउनलोड करने और आईडी पासवर्ड बनाने के झंझट से भी मुक्ति मिल जाएगी। ऐप बनाने का कार्य आईआईटी भिलाई द्वारा किया जा रहा है।
राज्य में शिक्षक, प्राचार्य, बीआरसी, बीईओ जैसे अधिकारियों को एक से एक अधिक मोबाइल ऐप का उपयोग करना पड़ता है। इसमें उन्हें प्रतिदिन, साप्ताहिक या मासिक आधार पर जानकारी दर्ज करनी होती है। कई बार नेटवर्क समस्या, बार-बार लॉगिन फेल होने, सर्वर डाउन रहने, पासवर्ड बदलने की झंझट जैसी तकनीकी दिक्कतों के कारण यह कार्य और भी जटिल हो जाता है।
जानकारों के अनुसार, शिक्षक, प्राचार्य, बीआरसी, डीईओ जैसे सभी अधिकारियों को अलग-अलग ऐप के लिए अलग-अलग लॉगिन आईडी बनानी पड़ती है। एक ही ऐप होने के बाद एक ही लॉगिन आईडी और पासवर्ड होगा। इससे उन्हें सहूलियत होगी। इसके साथ ही ऐप में सभी अधिकारियों के लिए अलग-अलग सेक्शन होगा। यानी आईडी बनने के बाद ऐप ओपन करते ही संबंधित अधिकारी को उससे संबंधित ही जानकारी प्रदर्शित होगी।
शिक्षक संगठन भी विभाग के ज्यादा ऐप होने का विरोध कर रहे हैं। उनका कहना है कि अधिकांश ऐप शिक्षक अपने व्यक्तिगत मोबाइल से ही संचालित करते हैं। इससे मोबाइल हैकिंग, निजी जानकारी लीक होने और बैंक विवरण चोरी होने का खतरा लगातार बना रहता है। कई ऐप्स बैंक अकाउंट, आधार, पैन और वेतन संबंधी विवरण मांगते हैं, जो सुरक्षा के लिहाज से बेहद संवेदनशील हैं।
अभी शिक्षक और शिक्षा विभाग के अधिकारियों के द्वारा कई ऐप का उपयोग जाता है। अब इन्हीं सबको मिलाकर एक ऐप डेवलप किया जा रहा है। अभी ऐप पर काम चल रहा है। जल्द ही इसका काम पूरा कर लिया जाएगा।
Published on:
12 Nov 2025 09:33 am
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