ई-जीरो पर उठ रहे सवाल
बैठक में पदाधिकारियां ने ई जीरो की लिखित परीक्षा में दिये गए अंको को बताने की मांग कर रहे हैं। सेल प्रबंधन ने ई-जीरो की लिखित परीक्षा लिया, लेकिन कर्मियों को परीक्षा में मिले अंको की जानकारी नहीं दे रहा है। जिससे परीक्षा में शामिल हुए कर्मियों में नाराजगी है। प्रबंधन लिखित परीक्षा के अंक व कट आफ मार्क भी बताएं, ताकि सभी को पता चल सके की वह कितना नंबर पाया है।
बैठक में पदाधिकारियां ने ई जीरो की लिखित परीक्षा में दिये गए अंको को बताने की मांग कर रहे हैं। सेल प्रबंधन ने ई-जीरो की लिखित परीक्षा लिया, लेकिन कर्मियों को परीक्षा में मिले अंको की जानकारी नहीं दे रहा है। जिससे परीक्षा में शामिल हुए कर्मियों में नाराजगी है। प्रबंधन लिखित परीक्षा के अंक व कट आफ मार्क भी बताएं, ताकि सभी को पता चल सके की वह कितना नंबर पाया है।
930 को इंटरव्यू के लिए मिली पात्रता
ई-जीरो परीक्षा में करीब 3800 परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिसमें से 930 को इंटरव्यू के लिए पात्रता दी गई है। इसमें से 15 फीसदी नानवक्र्स, 10 फीसदी आईटीआई वालों को समाहित किए हैं। कयास लगाया जा रहा है कि इंटरव्यू के बाद करीब 320 का ई-जीरो के लिए चयन होगा।
ई-जीरो परीक्षा में करीब 3800 परीक्षार्थी शामिल हुए थे, जिसमें से 930 को इंटरव्यू के लिए पात्रता दी गई है। इसमें से 15 फीसदी नानवक्र्स, 10 फीसदी आईटीआई वालों को समाहित किए हैं। कयास लगाया जा रहा है कि इंटरव्यू के बाद करीब 320 का ई-जीरो के लिए चयन होगा।
निजी हाथों में जाने की आशंका
यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा कि संयंत्र की स्थापना के बाद कर्मियों के मनोरंजन के लिए प्रबंधन ने इस्पात क्लबों का निर्माण कराया, संसाधनों को उपलब्ध करवाया। इसी प्रकार नेहरू सांस्कृतिक भवन, स्टेडियम का निर्माण करवाया। इनकी देखभाल के लिए तैनात किए गए गार्ड को 1 अक्टूबर 2018 से हटा दिए हैं। इससे यह साफ होता है कि इन संपत्तियों को निजी हाथों में सौंपने की मंशा बना चुका है।
यूनियन के पदाधिकारियों ने कहा कि संयंत्र की स्थापना के बाद कर्मियों के मनोरंजन के लिए प्रबंधन ने इस्पात क्लबों का निर्माण कराया, संसाधनों को उपलब्ध करवाया। इसी प्रकार नेहरू सांस्कृतिक भवन, स्टेडियम का निर्माण करवाया। इनकी देखभाल के लिए तैनात किए गए गार्ड को 1 अक्टूबर 2018 से हटा दिए हैं। इससे यह साफ होता है कि इन संपत्तियों को निजी हाथों में सौंपने की मंशा बना चुका है।
इंटक करेगा विरोध
महासचिव एसके बघेल ने कहा कि प्रबंधन क्लबों को बंद करता है, तो इंटक इसका कड़ा विरोध करेगा। ई-0 परीक्षार्थियों को उनका नंबर व कट आफ मार्क बताए ताकि पारदर्शिता बनी रहे। बैठक में पीजूषकर, राजेंद्र पिल्ले, एनएस बंछोर, संजय साहू, वंश बहादुर सिंह, एके विश्वास, एके रंगारी, राज, मदन लाल, आरके त्रिपाठी, व्हीके मजूमदार, विपिन बिहारी मिश्रा, रमाशंकर सिंह, जयपाल सिंह, विन्सेंट परेरा, धनेश प्रसाद, जयंत बराटे, एस रवि, ई.सोमदास, गणेश कुमार सोनी, प्रकाश माहले, अरविंद सिंह, विजय उपस्थित थे।
महासचिव एसके बघेल ने कहा कि प्रबंधन क्लबों को बंद करता है, तो इंटक इसका कड़ा विरोध करेगा। ई-0 परीक्षार्थियों को उनका नंबर व कट आफ मार्क बताए ताकि पारदर्शिता बनी रहे। बैठक में पीजूषकर, राजेंद्र पिल्ले, एनएस बंछोर, संजय साहू, वंश बहादुर सिंह, एके विश्वास, एके रंगारी, राज, मदन लाल, आरके त्रिपाठी, व्हीके मजूमदार, विपिन बिहारी मिश्रा, रमाशंकर सिंह, जयपाल सिंह, विन्सेंट परेरा, धनेश प्रसाद, जयंत बराटे, एस रवि, ई.सोमदास, गणेश कुमार सोनी, प्रकाश माहले, अरविंद सिंह, विजय उपस्थित थे।