
BHILAI
भिलाई. भिलाई इस्पात संंयंत्र पॉवर के क्षेत्र में आत्मनिर्भर हो रहा है। एनएसपीसीएल के साथ पहले ही पार्टनशिप में बिजली उत्पादन किया जा रहा है। इसके साथ-साथ बीएसपी के 7 मिलियन टन मॉडेक्स पैकेज के तहत 25 मेगावॉट के स्टीम टर्बो जेनरेटर, 4 मेगावॉट बैक प्रेशर टर्बो जेनरेटर, कूलिंग वाटर सिस्टम व पॉवर निकासी सिस्टम की स्थापना के लिए 180 करोड़ रुपए की लागत से पैकेज 11-01बी को मेसर्स त्रिवेणी इंजीनियरिंग व इण्डस्ट्रीज लिमिटेड को अवार्ड किए थे। इनमें से 4 मेगावॉट बीपीटीजी, कूलिंग वाटर सिस्टम और पॉवर निकासी सिस्टम पहले ही पूरी हो चुकी थी और काम कर रहा है।
बीएसपी को यहां होगा फायदा
भिलाई इस्पात संयंत्र 25 मेगावॉट के स्टीम टर्बो जेनरेटर की सफलतापूर्वक कमिशनिंग से बाहर से बिजली खरीदने में बचत करेगा। इसके अलावा यह संयंत्र के सात मिलियन टन मॉडेक्स इकाइयों के लिए संकट के समय में पॉवर सिस्टम की विश्वसनीयता में भी सुधार करेगा। महाप्रबंधक, परियोजनाएं-कोक व मिल्स बीके डे के मार्गदर्शन में पीबीएस व पीएसडी के अधिकारियों ने इस परियोजना के अहम भूमिका निभाई। बीएसपी धीरे-धीरे आत्मनिर्भर हो रहा है। संयंत्र में हर काम बिजली से जुड़ा है, प्रबंधन इस दिशा लगातार प्रयास कर रहा है। संयंत्र के सीनियर अधिकारियों की इस काम पर नजर थी, ठेका कंपनी ने भी इस काम को समय पर पूरा किया.
बिजली का करेगा उत्पादन
भिलाई इस्पात संयंत्र के महाप्रबंधक प्रभारी, अनुरक्षण व उपयोगिताएं कमलेन्दु दास ने रिटायर्ड होने से पहले पूजा अर्चना के साथ 25 मेगावॉट के स्टीम टर्बो जेनेरेटर के कमिशनिंग गतिविधि का उद्घाटन किया। समारोह में महाप्रबंधक, मेकेनिकल, अरविंद कुमार, महाप्रबंधक, परियोजनाएं-कोक व मिल्स, बीके डे, महाप्रबंधक, सुरक्षा व अग्निशमन सेवाएं, सुरेंद्र सिंह, महाप्रबंधक, आईएंडए, आरके गुप्ता, महाप्रबंधक, इलेक्ट्रिकल, पीके सरकार, महाप्रबंधक, परियोजनाएं-एसएमएस-3 व यूटिलिटी, एसके मेहता मौजूद थे। इस दौरान पीबीएस-1, पीबीएस-2, पॉवर सिस्टम विभाग, ईटीएल, अग्निशमन सेवाएं व परियोजनाएं के विभिन्न अंचलों के वरिष्ठ उप महाप्रबंधक मौजूद थे। 20 दिनों की निर्धारित अवधि में इसकी कमिशनिंग की गतिविधियों को पूरा किया गया।
Published on:
01 Jul 2019 08:23 pm
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