
CG Defaulter University List 2024: विश्वविद्यालय में लोकपाल नियुक्त करने यूनिवर्सिटी ग्रांट कमीशन से बार-बार हिदायत के बाद भी कामधेनु विश्वविद्यालय ने अपनी हठधर्मी नहीं छोड़ी। नौ महीने पहले यूजीसी ने प्रदेश के विश्वविद्यालयों को लोकपाल नियुक्त करने कहा था। कामधेनु विवि ने यूजीसी की समझाइश को दरकिनार करते हुए लोकपाल नियुक्ति की प्रक्रिया पूरी नहीं की। अब यूजीसी ने कामधेनु विवि को डिफॉल्टर संस्थान में शुमार करते हुए बड़ी कार्रवाई की चेतावनी दी है।
CG Defaulter University List 2024: दरअसल, कामधेनु विवि में विद्यार्थियों की समस्याएं सुलझाने के लिए पहले से ही एक कमेटी है। ऐसे में विवि ने यूजीसी से मिले निर्देश को टाल दिया। यूजीसी ने साफ कहा था कि विद्यार्थियों से जुड़ी जितनी भी कमेटियां क्यों नहीं रहे, लेकिन लोकपाल नियुक्त करने होंगे। यूजीसी ने साफ किया है कि जल्द लोकपाल नियुक्त नहीं होने पर सभी तरह के अनुदान रोक दिए जाएंगे।
विश्वविद्यालय में लोकपाल नियुक्त करने का यह निर्देश 6 महीने पहले हेमचंद यादव विश्वविद्यालय को भी मिला था। यूजीसी ने उस समय दुर्ग विश्वविद्यालय को भी डिफॉल्टर घोषित किया था। डिफॉल्टर विश्वविद्यालयों की सूची जारी होने के अगले ही दिन हेमचंद यादव विश्वविद्यालय ने सेवानिवृत्त प्राध्यापक डॉ. मिताश्री मित्रा को लोकपाल नियुक्त कर दिया। वहीं प्रदेश में सबसे पहले छत्तीसगढ़ स्वामी विवेकानंद तकनीकी विश्वविद्यालय के द्वारा सीएसवीटीयू के लिए एनआईटी रायपुर के पूर्व प्राध्यापक डॉ. आरपी पाठक को तीन वर्ष की अवधि के लिए लोकपाल का दायित्व दिया गया।
कामधेनु विश्वविद्यालय रजिस्ट्रार, रमेश कुमार सोनवाणे ने बताया कि विश्वविद्यालय में पहले से ही छात्रों के मामले सुलझाने कमेटी बनी हुई थी। इसलिए लोकपाल को लेकर संशय हुआ। हमने लोकपाल नियुक्त करने की प्रक्रिया आरंभ कर दी है। जल्द ही नियुक्ति होगी।
Updated on:
23 Jun 2024 06:29 am
Published on:
22 Jun 2024 03:45 pm
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