
ऑन लाइन ठगी के 72 घंटे के भीतर एफआईआर दर्ज कराए, रकम लौटाने की जवाबदारी बैंक की
भिलाई@Patrika. बहुत कम लोगों को जानकारी है कि यदि आप ऑन लाइन ठगी के शिकार हो जाते हैं, तो रकम लौटाने की जिम्मेदारी संबंधित बैकों की होती है। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने गाइडलाइन जारी की है। इस गाइडलाइन के मुताबिक यदि कोई व्यक्ति एटीएम कार्ड से ठगी का शिकार होता है तो उसे 72 घंटे के भीतर संबंधित थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाना चाहिए। जुर्म दर्ज होने के बाद रकम लौटाने की जवाबदारी संबंधित बैंक की होगी।
बता दें कि २९ जून २०१८ को सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) के डीआइजी बी बिक्रमण के एसबीआइ एटीएम कार्ड का क्लोन बनाकर एक लाख 60 हजार रुपए की ठगी कर ली गई थी।@Patrika. इस मामले में रिपोर्ट दर्ज होने के बाद बैंक को पूरा पैसा वापस लौटाना पड़ा।
एटीएम क्लोनिंग का शिकार
सेवानिवृत्त बीएसपी कर्मी राधेश्याम शर्मा एटीएम क्लोनिंग का शिकार हो गए थे। एटीएम कार्ड उनके पास में था, लेकिन एटीएम से ६१ हजार रुपए दो बार में निकाल लिए गए। जब उनके मोबाइल में मैसेज पहुंचा तब पता चला। आवेदक राधेश्याम शर्मा (67) मकान- 566, ब्लॉक-बी, मोंगरा तालपुरी में रहता है। @Patrika. उन्होंने शिकायत में बताया कि एसबीआई शाखा सिविक सेंटर में उनका खाता है। १७ फरवरी को एटीएम के जरिए उनके खाते से 61 हजार रुपए निकाल लिए।
एक साल में एटीएम कार्ड और सिम क्लोनिंग के 12 मामले
जालसाज एटीएम के कार्ड रीडर प्वाइंट पर स्कीमर सेट कर सारी जानकारी चोरी कर लेता है। इसके बाद कार्ड का क्लोन तैयार लेते हैं और विभिन्न माध्यमों से खाते से रुपए निकाल लेते हैं। @Patrika. कुछ समय पहले तक ठग क्लोन किए गए कार्ड का उपयोग ऑनलाइन शॉपिंग के लिए करते थे, लेकिन अब वह एटीएम से सीधे रुपए निकाल रहे हैं। एक साल में एटीएम कार्ड और सिम क्लोनिंग के जरिए ठगी के १२ मामले दर्ज हो चुके हैं।
स्कीमर डिवाइस से चुरा लेते हैं एटीएम कार्ड का डाटा
एएसपी रोहित झा ने बताया कि स्कीमर एटीएम कार्ड का डाटा चोरी करने वाली मशीन है। यह बिल्कुल उस स्लाट की तरह होती है, जहां पर एटीएम कार्ड डाटा जाता है। कार्ड डालने पर डाटा स्कीमर में लगी चिप कॉपी हो जाती है और ऊपर लगे हिडन कैमरे से एटीएम पिन देख लेते हंै। @Patrika. ग्राहक पॉसवर्ड के लिए कौन सा बटन दबा रहा है, इसकी तस्वीर कैमरे में कैद हो जाती है। इसके बाद स्कीमर से कार्ड का क्लोन तैयार कर लिया जाता है। इसके बाद पॉसवर्ड डालकर रकम निकाल ली जाती है।
Published on:
26 Feb 2019 06:16 pm
बड़ी खबरें
View Allभिलाई
छत्तीसगढ़
ट्रेंडिंग
