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Cyber Fraud: अपने शेयर मार्केट निवेश को कैसे सुरक्षित करें.. IG गर्ग ने बताए बचाव के ये तरीके

Cyber Fraud: साइब्र फ्राड क्या है और इससे कैसे बचे यह बता रहे हैं आईजी रामगोपाल गर्ग। लोगों के हित में वे पत्रिका के लिए साइबर क्राइम को लेकर यह विशेष कालम आईजी गर्ग की कलम से…

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Cyber fraud case

Cyber Fraud: साइबर फ्रॉड की घटनाएं लगातार बढ़ रही हैं। लोगों की जेब सुरक्षित नहीं है। आज के डिजिटल युग में ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग निवेश का एक लोकप्रिय विकल्प बन गया है, लेकिन इसकी लोकप्रियता के साथ, ऑनलाइन शेयर ट्रेडिंग के नाम पर धोखाधड़ी के मामले भी तेजी से बढ़े हैं। साइबर अपराधी सोशल मीडिया और फर्जी कॉल्स के माध्यम से लोगों को जल्दी मुनाफे का झांसा देकर ठग रहे हैं। साइब्र फ्राड क्या है और इससे कैसे बचे यह बता रहे हैं आईजी रामगोपाल गर्ग। लोगों के हित में वे पत्रिका के लिए साइबर क्राइम को लेकर यह विशेष कालम आईजी गर्ग की कलम से…

Cyber Fraud: पुलिस की भूमिका

Cyber Fraud: दुर्ग पुलिस महानिरीक्षक राम गोपाल गर्ग के नेतृत्व में दुर्ग रेंज पुलिस ने साइबर प्रहरी अभियान शुरू किया है। इस अभियान का उद्देश्य नागरिकों को साइबर अपराधों से बचाना और जागरूक करना है। इसके तहत लोगों को सुरक्षित निवेश और ऑनलाइन धोखाधड़ी से बचने के उपाय बताए जा रहे हैं। साइबर प्रहरी अभियान से जुड़कर आप न केवल खुद को सुरक्षित रख सकते हैं, बल्कि दूसरों को भी जागरूक कर सकते हैं।

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ऐसे करें फर्जी निवेश और प्रस्तावों की पहचान

अत्यधिक और असंभव वादे: जल्दी और जोखिम रहित मुनाफे का वादा करते हैं।

सेलिब्रिटी का झूठा इस्तेमाल: एआई की मदद से फर्जी वीडियो बनाकर प्रचार किया जाता है।

वाट्सऐप और टेलीग्राम ग्रुप्स में दबाव: लिंक भेजकर अनजान ग्रुप में जोड़ने की कोशिश होती है।

असत्यापित सोशल मीडिया प्रोफाइल : अकसर ठगों के अकाउंट में ब्लू व ग्रीन टिक नहीं होता।

सावधानी और बचाव

अनजान कॉल और संदेशों को नजरअंदाज करें: ऐसे कॉल्स, वीडियो कॉल्स या मैसेज का जवाब न दें।

लुभावने विज्ञापनों पर विश्वास न करें: जल्दी मुनाफे के वादों से सावधान रहें।

अधिकृत ब्रोकर का चयन करें: निवेश के लिए वेरिफाइड ब्रोकर का ही उपयोग करें।

संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें: वाट्सऐप व टेलीग्राम पर भेजे गए अनजान लिंक को नजरअंदाज करें।

सेबी पंजीकरण की जांच करें: निवेश करने से पहले कंपनी के सेबी रजिस्ट्रेशन और बैंक डिटेल्स की जांच करें।

अपने डीमैट और बैंक अकाउंट को नियमित जांच करें , ताकि आपको पता हो कि आपको मुनाफा हो भी रहा है या अथवा नहीं । यदि कोई अनियमितता दिखे, तो तुरंत सतर्क हो जाएं।

संदिग्ध गतिविधियों की रिपोर्ट करें: 1930 हेल्पलाइन नंबर पर कॉल करें या 222 पोर्टल पर शिकायत दर्ज करें।