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Black Out in CG: ब्लैकआउट हुआ दुर्ग, सायरन बजते ही 15 मिनट के लिए थम गया शहर

Black Out in CG: मॉकड्रिल में छत्तीसगढ़ का दुर्ग-भिलाई शहर भी शामिल है। भिलाई स्टील प्लांट को देखते हुए दुर्ग को अलर्ट पर रखा गया है।

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भिलाई

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Love Sonkar

May 07, 2025

Black Out in CG: ब्लैकआउट हुआ दुर्ग, सायरन बजते ही 15 मिनट के लिए थम गया शहर

Black Out in CG: केंद्र सरकार द्वारा आज 7 मई को एक राष्ट्रव्यापी नागरिक सुरक्षा मॉकड्रिल आयोजित की जा रही है। छत्तीसगढ़ के दुर्ग जिले को इस अभ्यास के लिए प्रमुख स्थल के रूप में चुना गया है। इसके तहत भिलाई के सेक्टर-1 और सेक्टर-9 क्षेत्र में शाम लगभग 7.30 बजे से 7.42 बजे तक ब्लैकआउट, ये ब्लैकआउट सिर्फ भिलाई सेक्टर और प्लांट क्षेत्र में हुआ। सायरन बजते के साथ मॉकड्रिल का दूसरा फेस शुरू।

यह भी पढ़ें: Mock Drill in CG: भिलाई स्टील प्लांट में वॉर मॉड ड्रिल, ऐसे बचाई लोगों की जान, देखिए वीडियो

दुर्ग जिला कलेक्टर के निर्देशानुसार इस अवधि में चिकित्सा सेवाओं को छोड़कर सभी स्थानों पर विद्युत आपूर्ति बंद रहेगी. जनरेटर, इन्वर्टर, इमरजेंसी लाइट या मोबाइल टॉर्च जैसे उपकरणों के उपयोग पर भी पूर्ण प्रतिबंध रहेगा। सड़कों पर चल रहे वाहनों को भी रोककर उनकी सभी लाइटें बंद करनी होंगी।

ये स्थान रहेंगे मॉक ड्रिल का प्रमुख केंद्र

कलेक्टर ने बताया कि भिलाई स्टील प्लांट एक वैनेरेबल लोकेशन (अत्यंत संवेदनशील स्थल) है, इसलिए इसे मॉक ड्रिल का प्रमुख केंद्र बनाया गया है। यहां वॉर सायरन बजाया जाएगा। इसके अलावा पुलगांव, इंदिरा मार्केट, भिलाई टाउनशिप सेक्टर-6, मॉल और पावर हाउस क्षेत्रों में भी सायरन अलर्ट जारी किए जाएंगे।

सायरन बजने पर यह करें

जनता को जागरूक करने के लिए एक विशेष वीडियो तैयार किया गया है, जिसमें बताया गया है कि सायरन बजने पर लोगों को क्या करना चाहिए। यह वीडियो सोशल मीडिया पर भी साझा किया जाएगा। नागरिकों से अपील की गई है कि वे वीडियो में दिए गए निर्देशों का पालन करें और किसी भी अफवाह पर ध्यान न दें।

स्वास्थ्य और आपात सेवाएं पूरी तरह तैयार

स्वास्थ्य विभाग ने आपात स्थिति के लिए 1000 बेड आरक्षित किए हैं, जिनमें 800 बेड ऑक्सीजन युक्त हैं। जिला अस्पताल, सिविल अस्पताल और मेडिकल कॉलेज को एकीकृत किया गया है। घायलों को तत्काल चिकित्सा सुविधा मिले, इसके लिए होमगार्ड और रेस्क्यू टीमें तैनात कर दी गई हैं। साथ ही एनडीआरएफ, सीआईएसएफ और पुलिस बलों के लिए कॉमन कंट्रोल रूम स्थापित किया जा रहा है।

मॉक ड्रिल में यह होगा

एसडीआरएफ कमांडेंट नागेन्द्र सिंह के अनुसार, मॉक ड्रिल के दौरान सायरन और चेतावनी संदेश प्रसारित किए जाएंगे। इंडियन एयर फोर्स से रेडियो और हॉटलाइन के जरिए संपर्क साधा जाएगा। कंट्रोल रूम और शैडो कंट्रोल रूम एक्टिव रहेंगे। स्कूलों और आम जनता को सुरक्षा प्रशिक्षण दिया जाएगा। ब्लैकआउट की स्थिति में शहर को अंधकार में रखने की भी तैयारी है। फायर ब्रिगेड, वार्डन, रेस्क्यू टीमें एक्टिव रहेंगी।