
Fraud News: दुग्ध डेयरी व्यवसाय के लिए लोन में 40 फीसदी सब्सिडी दिलाने के नाम पर किसानों से धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। प्रभावित किसानों ने आईजी से शिकायत कर एफआईआर दर्ज करने की मांग की है। किसानों के मुताबिक 166 किसानों से करीब 2 करोड़ रुपए की धोखाधड़ी की गई है। किसानों ने बैंक कर्मचारियों पर भी मिलीभगत का आरोप लगाया है। आईजी से की गई शिकायत में एजेंट के साथ ही उसको सहयोग करने वाले बैंक कर्मचारियों का नाम भी लिखा है। धोखाधड़ी के शिकार किसान धमधा ब्लॉक के निवासी है। किसानों ने महिला एजेंट के कहने पर अपने घर की महिला सदस्यों के नाम से लोन लिया है।
किसान गजेन्द्र कुमार पटेल ने बताया कि ग्राम परसबोड़ निवासी महिला एजेंट मधु पटेल ने किसानों से संपर्क किया। उसने झांसा दिया कि शासन की पशु पालन एवं दुग्ध व्यवसाय योजना के तहत व्यवसाय करने के लिए सब्सिडी पर लोन दिया जा रहा है। एचडीएफसी बैंक धमधा शाखा के कर्मचारी विकास सोनी और महादेव पटेल से उसके परिचित हैं।
लोन पर 40 प्रतिशत सब्सिडी मिलेगी। मात्र 5 साल तक किस्त जमा करनी होगी। ब्याज सिर्फ छह माह ही देना पड़ेगा। झांसे में आकर किसानों ने 4 लाख से 10 लाख रुपए तक लोन ले लिया। ग्राम देवारभाठ, धरमपुरा, कोनका, सोनेसार, सिरना भाठा, देवरी, अगार, राहटादाह, परसकोल, पेंड्री, सिल्ली, परसुली, भरनी, धमधा, घोंठा, परोड़ा समेत आसपास के गांव से 166 किसानों ने लोन लिया है।
किसान करन देशलहरे की पत्नी अनुसुइया बाई देशलहरे ने बताया कि एचडीएफसी बैंक से लोन पास हो गया। एजेंट और बैंक कर्मचारी ने मिलीभगत कर 4 लाख से 10 लाख रुपए तक राशि किसानों के खाते में ट्रांसफर करा दी। रुपए आते ही एजेंट मधु पटेल ने सभी को बुलाकर 70 हजार से 4 लाख रुपए तक कमीशन लिया यह कहकर कि बैक कर्मचारी विकास सोनी और महादेव पटेल को देना पड़ेगा।
धमधा थाना के तत्कालीन टीआई पीलूराम चंद्रा ने बताया कि आईजी ऑफिस से मिली शिकायत के आधार पर जांच की गई है। इसमें बैंक की लापरवाही सामने आई है। कर्मचारी विकास सोनी और एजेंट मधु पटेल से पूछताछ की गई थी। अब मेरा ट्रांसफर हो गया है। इस मामले में बैंक से दस्तावेज भी मांगे गए थे, लेकिन उन्होंने उपलब्ध नहीं कराए। इस मामले में एफआईआर दर्ज होगी, नए प्रभारी को बता दिया गया है।
धमधा थाना प्रभारी युवराज साहू ने कहा कि मैंने अभी नया चार्ज लिया है। किसानों ने शिकायत की है। मामले की जांच की जा रही है। बैंक से दस्तावेज मंगा लिए गए हैं। जांच के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
एसडीएफसी बैंक के शाखा प्रबंधक बी.ईश्वर राव ने कहा कि मैं इस बारे में मीडिया से बात करने के लिए सक्षम अधिकारी नहीं हूं। मुझे सिर्फ यह जानकारी मिली है कि इस मामले में किसानों ने धमधा थाना में शिकायत कर एफआईआर दर्ज कराई है। इस संबंध में बैंक की तरफ से मैं कुछ नहीं बोल सकता हूं। आपको हमारे लीगल एडवाइजर हैं, उनसे बात करनी होगी।
Published on:
29 Dec 2024 11:48 am
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