
भिलाई में खूनी संघर्ष में दो का कत्ल
भिलाई. पुरानी भिलाई थाना अंतगर्त खूनी संघर्ष में शामिल दोनों गुटों के लोग लोहा व कबाड़ चोरी के कई वारदात में शामिल रह चुके हैं। इसमें पहला ग्रुप सूरज चौधरी और मनोज चौधरी का और दूसरा राहुल और संतोष यादव का था। ये लोग इंडस्ट्रियल एरिया में रात में चोरी करते थे। इसके बाद उसे कबाड़ की आड़ में बेचते थे।
वर्चस्व को लेकर तनातनी
दोनों गुट के लोग एक दूसरे की पुलिस से मुखबिरी करते रहे थे। इसकी वजह से दोनों ओर से वर्चस्व को लेकर तनातनी रहती थी। पिछले तीन दिनों से दोनों गुटों में मारपीट का दौर जारी था। पुलिस के मुताबिक रविवार की रात को वारदात से पहले मृतक मनोज के गुट ने पहले मारपीट शुरू की। इसके बाद दूसरे गुट के लोगों ने उसकी हत्या की प्लानिंग की। इसके तहत कुछ साथियों को मनोज और सूरज समेत अन्य लोगों के खिलाफ शिकायत दर्ज कराने पुरानी भिलाई थाना भेजा दिया। इधर हथखोज रेलवे फाटक के पास और साथियों को एकत्रित करके मनोज और सूरज समेत उनके साथियों को घेर लिया। इस दौरान लाठी-डंडे, लोहे की रॉड, कुल्हाड़ी समेत अन्य धारदार हथियार से हमला कर दिया, जिसमें मनोज और सूरज की मौत हो गई। कुछ समय पहले भी मृतक मनोज चौधरी की मुखबिरी कर उसे लोहा चोरी के आरोप में जेल भिजवा दिया था। करीब १५ दिन पहले जेल से बाहर आने के बाद से मनोज और उनके साथियों का दूसरे गुट के लोगों के साथ आए दिन विवाद हो रहा था।
वारदात पहले मृतक के गुट ने आरोपियों के साथियों को पीटा
पुलिस ने बताया कि रविवार रात को दोनों गुटों में विवाद हुआ। रात करीब 9.30 बजे मनोज चौधरी के गुट ने राहुल और संतोष के दूसरे साथियों के साथ मारपीट की। इसके बाद राहुल, संतोष के गुट के लोगों ने लोगों को एकत्रित करके हथखोज रेलवे लाइन के पास घेर लिया। राहुल, संतोष यादव, आमिर खान, भुरू उसका भाई अक्षय ने जानलेवा हमला कर सूरज चौधरी और मनोज मनोज चौधरी की हत्या कर दी।
सीसीटीवी में कैद हुई वारदात
दोनों गुटों में संघर्ष की शुरुआत हथखोज रेलवे फाटक के पास हुई। इस दौरान दोनों ओर खूब ईंट-पत्थर भी चले। इसके चलते लड़ते-लड़ते एचटीसी कंपनी के गेट पर पहुंच गए। वहां लगे सीसीटीवी में वारदात कैद हो गई। इसी के माध्यम से चंद घंटों में पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।
ट्रक ड्राइवर चार घंटे तक पुलिस को करता रहा गुमहार
छावनी सीएसपी प्रभात कुमार ने बताया कि ट्रक ड्राइवर धर्मेश व अभिषेक को भी गिरफ्तार किया गया। उन्होंने पुलिस को खूब गुमराह किया। आरोपियों का पता बताने का हवाला देकर करीब 4 घंटे तक क्षेत्र में घुमाते रहे। लेकिन बाद में आरोपी आमिर, सतोष, राहुल वारदात के बाद ट्रक मेे छुपाने का गुनाह कबूल किया। साथ ही वारदात में इस्तेमाल हथियार ट्रक से मिले।
इन 21 आरोपियों को किया गिरफ्तार
राहुल, अजीत चंद्राकर, राजा, राहुल चौहान, अभिषेक, धर्मेश, चमन, अक्षय चौधरी, अमित चंद्रकार, भानू निर्मलकर, जोगी कबाड़ी, टी. जय रेड्डी, बंटी महाराज, युवराज ठाकुर, प्रियांशु पंकज कुमार, संतोष कुमार, शेख आमिर समेत तीन नाबालिग को गिरफ्तार किया गया।
डॉ. अभिषेक पल्लव, एसपी ने बताया कि चोरी का कबाड़ बेचने वाले दो गुटोंं में प्रतिस्पर्धा के कारण खूनी संघर्ष हुआ। वारदात के बाद पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए हत्या में शामिल २१ आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। इन आरोपियों में तीन नाबालिग भी शामिल हैं।
Published on:
10 Jan 2023 10:11 pm
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