
बीएसपी में अपना अधिकार मांगने पर ठेकेदार छीन ले रहे मजदूरों से गेट पास
भिलाई. भिलाई इस्पात संयंत्र में नियमित कर्मियों की संख्या कम हो रही है। इस बीच ठेका मजदूरों का शोषण लगातार बढ़ रहा है। कंपनी जहां कॉस्ट कटौती के नाम पर अधिक से अधिक काम ठेके पर करवा रही है। वहीं ठेकेदार इसका लाभ उठा रहे हैं। मजदूर आवाज उठाए तो उससे गेटपास छीन लिया जाता है। अब ठेका मजदूरों को जागरूक करने का काम किया जाएगा।
शोषण रोकने प्रबंधन व शासन करे कठोर कार्रवाई
हिंद मजदूर सभा की ठेका कर्मचारी यूनियन के महासचिव लखविंदर सिंह ने कहा कि बीएसपी में ठेका मजदूरों की बदहाली और शोषण के खिलाफ बीएसपी प्रबंधन व शासन से मांग की है कि इसे रोकने ठोस पहल करे। बिना वित्तीय लाभ ठेका कर्मी की छंटनी एक गैरकानूनी काम है। कर्मचारी को काम से निकालने के पहले छटनी नियमों के तहत उसे समस्त आर्थिक लाभ दिए जाने के लिए कानूनी प्रावधान है।
काम से निकाला 15 मजदूरों को
उन्होंने बताया कि प्रोजेक्ट की एक कंपनी ने 15 कर्मियों को बिना पूर्व सूचना दिए काम से निकाल दिया। यूनियन ने उन मजदूरों को सभी लाभ दिलाया। यूनियन ने श्रम मंत्रालय और शासन को पत्र लिख ठेका मजदूरों के लिए ग्रेच्युटी की पात्रता सीमा 5 से घटाकर 3 साल करने मांग की है।
मजदूरों को न छुट्टी का मिल रहा लाभ न पूरा वेतन
बीएसपी में कार्यरत ठेका मजदूरों को 20 कार्य दिवस के बाद हासिल होने वाली एक छुट्टी का लाभ भी नहीं मिल रहा है। मजदूर लगातार 20 दिन काम करने पर एक दिन के छुट्टी की पात्रता होती है। वहीं साप्ताहिक अवकाश की गणना कार्यदिवसों में नहीं किया जाता है। मजदूरों से 1 दिन में 12 घंटे तक बिना वित्तीय लाभ या क्षतिपूर्ति के काम करवाते हैं।
Published on:
02 Dec 2019 11:29 am
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