राज्यपाल ने यहां अल्ट्रा हाई रिवॉल्यूशन यूएवी मैपिंग मशीन का मुआयना किया। जिसमें वाइस चांसलर डॉ. एमके वर्मा ने राज्यपाल को बताया कि यह मशीन सर्वे और मैपिंग कार्य के लिए उपयोग में लाई जाती है।
दुर्ग. राज्यपाल अनुसुईया उईके रविवार को स्वामी विवेकानंद टेक्निकल यूनिवर्सिटी डिजिटल मूल्यांकन सिस्टम के निरीक्षण के लिए पहुंची। उन्होंने सीएसवीटीयू (CSVTU) भिलाई के ऑडियो-वीडियो स्टूडियो का उद्घाटन किया। इस मौके पर सीएसवीटीयू द्वारा गोद लिए गए 42 गांवों पर रिपोर्ट प्रस्तुत की गई। इंजीनियरिंग और डिप्लोमा स्टूडेंट से चर्चा भी की। राज्यपाल ने यहां अल्ट्रा हाई रिवॉल्यूशन यूएवी मैपिंग मशीन का मुआयना किया। जिसमें वाइस चांसलर डॉ. एमके वर्मा ने राज्यपाल को बताया कि यह मशीन सर्वे और मैपिंग कार्य के लिए उपयोग में लाई जाती है। इसकी क्वालिटी सेटेलाइट इमेज से कई गुना बेहतर होती है। इससे एक मिनट में लगभग 35 एकड़ भूखंड की मैपिंग संभव है। राज्यपाल ने पीडब्ल्यूडी डिपार्टमेंट, अर्बन डेवलपमेंट, वॉटर रिसोर्सेस एंड इरिगेशन डिपार्टमेंट, एग्रीकल्चर डिपार्टमेंट और पब्लिक हेल्थ इंजीनियरिंग एंड रुरल इंजीनियरिंग डिपार्टमेंट, रेवेन्यू डिपार्टमेंट, फॉरेस्ट डिपार्टमेंट और माइनिंग डिपार्टमेंट के लिए इस मशीन को बहुत ही उपयोगी बताया और कहा कि मास्टर प्लान के डिजाइन के लिए ऐसी मशीनें बहुत ही उपयोगी सिद्ध होगी। विशेष रुप से रिवेन्यू, फॉरेस्ट और माइनिंग डिपार्टमेंट के लिए यह और भी उपयोगी होगी।
रीक्रिएशन के लिए पार्क निर्माण का दिया सुझाव
राज्यपाल सीएसवीटीयू बिल्डिंग के टॉप पर गई जहां उन्होंने ऊंचाई से पूरे कॉलेज परिसर पर नजर डाली। उन्होंने सीएसवीटीयू के खाली पड़े क्षेत्रों पर अपने कई सुझाव दिए जैसे बच्चों के रीक्रिएशन के लिए पार्क निर्माण की बात कही। क्षेत्र को ज्यादा से ज्यादा पर्यावरण के अनुरूप डेवलप करने के लिए कहा। वाइस चांसलर ने यह भी बताया कि ऊर्जा संरक्षण को ध्यान में रखते हुए उन्होंने पूरे परिसर को सोलर सिस्टम के रूप में तब्दील किया जिसकी राज्यपाल ने प्रशंसा की।
डिजिटल मूल्यांकन सिस्टम का डेमो
राज्यपाल ने डिजिटल मूल्यांकन सिस्टम का निरीक्षण किया। जहां पर उन्हें डिजिटल मूल्यांकन की कार्यप्रणाली एक उदाहरण के माध्यम से दिखाई गई। राज्यपाल के डिजिटल मूल्यांकन को वर्तमान समय में बहुत ही सार्थक बताया और कहा कि विद्यार्थियों को रिजल्ट शीघ्र प्राप्त करवाने के लिए और कोरोना के समय में जो स्थिति निर्मित हुई है उसमें डिजिटल मूल्यांकन बहुत ही कारगर है। इससे मूल्यांकन पद्धति में पारदर्शिता निर्मित होगी।
ऑडियो विजुअल स्टूडियो का उद्घाटन
राज्यपाल ने ऑडियो विजुअल स्टूडियो का उद्घाटन कर एक संक्षिप्त उद्बोधन भी दिया। जिसमें शिक्षा के माध्यम से उन्होंने समावेशी विकास की बात कही। उन्होंने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कहा कि समाज और राज्य को आपसे बहुत अपेक्षाएं हैं और हमारे होनहार विद्यार्थी अपनी योग्यता से छत्तीसगढ़ राज्य का नाम जरूर रोशन करेंगे।
स्टूडेंट से चर्चा कर किया प्रोत्साहित
राज्यपाल ने विद्यार्थियों को अपने अंदर लीडरशिप क्वालिटी और आत्मनिर्भरता उत्पन्न करने के लिए कहा। उन्होंने कहा जीवन में चुनौती सफलता और असफलता से घबराना नहीं चाहिए बल्कि निश्चय और संकल्प से इस पर विजय पाना चाहिए। उन्होंने बच्चों से भाषा के महत्व पर जोर दिया। एक पुराने किस्से का जिक्र किया जिसमें महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए उन्होंने अपने कार्यकाल में वहां से प्रकाशन होने वाले 75 प्रतिशत दस्तावेज को उन्होंने हिंदी भाषा में आमजन को उपलब्ध कराया था ताकि आम नागरिक भी दस्तावेज में लिखे शब्दों को समझ सके।