किशोरवय में एकतरफा प्यार करने वाले नाबालिग को छात्रा की ना कहना इतना नागवार गुजरा कि उसकी हत्या (Murder) ही कर दी। दो दिन पहले छत्रपति शिवाजी नगर गांधीपुरम के पास छात्रा पर प्राणघातक हमला करने वाला सिरफिरा उसका पूर्व सहपाठी निकला जो पांच साल से एकतरफा प्यार में पड़ा था। वह बीएसपी कर्मी का बेटा है। पुलिस ने नाबालिग को गिरफ्तार कर लिया है। उसके खिलाफ धारा 307 (प्राणघातक हमला) के तहत अपराध दर्ज किया है।
श्रृंखला (Shrinkhal murder case Bhilai ) के चेचेरे भाई ने पुलिस को बताया एक लड़का है जो उसे बहुत परेशान करता था। पुलिस ने उसका फोटो जुगाड़ा फिर कोचिंग संस्थान के संचालक से पूछताछ की जहां श्रृंखला फिजिक्स पढऩे जाती थी। संचालक ने बताया कि 17 अप्रैल को एक लड़का (आरोपी) प्रवेश के लिए आया था। तब श्रृंखला ने उसकी हरकतों की जानकारी दी। इसके बाद कोचिंग संचालक ने टेस्ट का बहाना बनाकर उसे प्रवेश देने से टरका दिया। पुलिस ने फोटो दिखाया तो कोचिंग संचालक तुरंत पहचान गया। घटना स्थल पर एक कामवाली ने श्रृंखला का बैग उठाते हुए एक लड़के को देखा था। उसके बताए हुलिया भी फोटो से मैच किया। इसके बाद पुलिस का शक गहरा गया और नाबालिग को उसके रिसाली सेक्टर स्थित निवास से तत्काल हिरासत में ले लिया। पुलिस ने नाबालिग से वारदात में इस्तेमाल कुदाली, छात्रा का बैग और स्कूटर की चाबी बरामद कर ली है।
श्रृंखला (Shrinkhal murder case Bhilai ) रिसाली मैत्रीकुंज पश्चिम स्थित अपने घर से प्रगति नगर होते हुए सिविक सेंटर कोचिंग आती-जाती थी। प्रगति नगर में पाइप लाइन बिछाने का काम चल रहा है। इसके लिए एप्रोच रोड को खोदा गया है। यही वजह कि दिन में सूनसान और शाम को समाजकंटकों का जमावड़ा होने के बावजूद कुछ दिन से श्रृखंला छत्रपति शिवाजी नगर गांधीपुरम के रास्ते से आना-जाना कर रही थी। आरोपी ने इसका फायदा उठाया। रैकी कर ऐसी जगह को चुना जहां आसानी से वारदात को अंजाम दे सके।
आरोपी श्रंृखला (Shrinkhal murder case Bhilai ) को साथ में एक ही स्कूल में पढ़ते समय से तंग कर रहा था। इस बात की जानकारी श्रंृखला ने अपने पैरेंट्स को भी दी थी। पैरेंट्स अगर समय रहते अपनी बेटी का पीछा कर तंग करने वाले को गंभीरता से लिए होते तो शायद यी नौबत नहीं आती। श्रंृखला जिस कोचिंग में फिजिक्स पढऩे जा रही थी, आरोपी वहां भी वह एडमिशन लेने पहुंच गया। तब भी श्रंृखला ने यह बात घर में बताई। मां बोलती थी कि बेटा बड़ी क्लास में जाने के बाद इन परिस्थितियों से गुजरना पड़ता है। तुम ध्यान मत दो, ऐसा होता है।
श्रृंखला शुरू से ही मेधावी छात्रा थी। 10वीं बोर्ड परीक्षा में उसने 84 प्रतिशत अंक अर्जित की। इस साल 12वीं की पढ़ाई कर रही थी। वह डॉक्टर बनना चाहती थी। पापा अवधेश यादव और बड़े भाई हर्ष से वादा किया था कि वहक डॉक्टर बनकर दिखाएगी। इसके लिए रोज 14 घंटे पढ़ाई करती थी। सुबह 10 बजे फिजिक्स और दोपहर बाद 3.30 बजे केमिस्ट्री की कोचिंग जाती थी। इस घटना से परिवार सदमें में है। मां का रो-रोकर बुरा हाल है।
पुलिस ने बताया कि 13 जून को जिस दिन आरोपी को गिरफ्तार किया गया उसकी उम्र 17 साल 11 महीना 26 दिन हुआ है। 19 जून को उसका जन्मदिन था और वह 18 साल का हो गया। फिलहाल इस मामले में पुलिस कार्रवाई चल रही है। परिजन हत्यारे को कड़ी सजा देने की मांग कर रहे हैं। (Bhilai crime news)