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परीक्षा देने के बाद भी 192 छात्र फेल, रिजल्ट में अनुपस्थिति, छात्रों का भविष्य दांव पर

एमएलवी कॉलेज के बीएससी थर्ड सेमेस्टर के केमिस्ट्री पेपर में बैक छात्रों का कॉलेज प्रशासन पर आरोप

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192 students failed even after giving the exam, absent in the result, the future of the students is at stake

192 students failed even after giving the exam, absent in the result, the future of the students is at stake

माणिक्य लाल वर्मा राजकीय महाविद्यालय (एमएलवी कॉलेज) के विज्ञान संकाय में पढ़ने वाले बीएससी थर्ड सेमेस्टर के 192 से अधिक छात्रों के भविष्य पर संकट के बादल मंडरा गए हैं। महर्षि दयानन्द सरस्वती विश्वविद्यालय (एमडीएसयू) अजमेर की ओर से जारी परीक्षा परिणाम में इन छात्रों को केमिस्ट्री थर्ड सेमेस्टर में बैक (फेल) कर दिया गया है। कुछ छात्रों का आरोप है कि तीन घंटे सीसीटीवी कैमरे के सामने परीक्षा देने के बावजूद, उन्हें ऑनलाइन मार्कशीट में अनुपस्थित दर्शा दिया गया।

छात्र बोले, हमारी सुनवाई नहीं

कुछ छात्रों ने बताया कि विश्वविद्यालय की ऑनलाइन अंकतालिका में उन्हें अनुपस्थित बता दिया गया, जबकि वे परीक्षा में शामिल हुए थे। हमने पूरे समय परीक्षा दी, पर रिजल्ट में अनुपस्थित लिख दिया गया। कॉलेज या विश्वविद्यालय में कहीं हमारी सुनवाई नहीं हो रही। इसे लेकर छात्रों ने कॉलेज परिसर में प्रदर्शन भी किया था।

छात्रों की मांग

- अनुपस्थित दर्शाए गए छात्रों के परिणाम की तत्काल जांच हो।

- रिवेल्यूएशन प्रक्रिया शुरू कर कॉपियां दिखाने की व्यवस्था करें।

- भविष्य को सुरक्षित करने के लिए त्वरित समाधान हो।

- रिवेल्यूएशन बंद होने से बढ़ी परेशानी

कॉलेज प्रशासन के अनुसार इस समय रिवेल्यूएशन (कॉपी पुनर्मूल्यांकन) की प्रक्रिया बंद है। इससे छात्र अपनी कॉपी की दोबारा जांच नहीं करवा पा रहे हैं। विश्वविद्यालय से टैबुलेशन रजिस्टर (टीआर) आने के बाद ही साफ होगा कि किस छात्र को कितने नंबर मिले हैं।

विश्वविद्यालय ने जारी किया परिणाम

कॉलेज प्राचार्य डॉ. संतोष आनंद ने कहा कि यह परिणाम विश्वविद्यालय ने जारी किया है, कॉलेज इसमें कुछ नहीं कर सकता। जिन्हें अनुपस्थित दिखाया गया है, वे उपस्थिति प्रमाण पत्र लेकर विश्वविद्यालय में जमा करा सकते हैं। कम नंबर आना या फेल होना विश्वविद्यालय के अधिकार में है।

आरटीआई में लें अपनी कॉपी

परीक्षक ने जो नंबर दिए है वह सामने है। फिर भी किसी छात्र को कम नंबर आने पर परेशानी है तो वह सूचना के अधिकार के तहत अपनी कॉफी लेकर देख सकता है। उसमें कोई गलती होगी तो उसे सुधारा जाएगा।

सुनील टेलर, परीक्षा नियंत्रक, एमडीएसयू अजमेर