
आखिर प्रशासन को भी दिख गया पांसल की डांग व दरीबा में अवैध खनन
भीलवाड़ा .
पांसल की डांग, समोड़ी व दरीबा में चुनाई पत्थर का अवैध खनन आखिर शुक्रवार को प्रशासन को भी नजर आ गया। भीलवाड़ा तहसील में अवैध खनन को लेकर जिला कलक्टर शिवप्रसाद एम नकाते के निर्देश पर उपखण्ड अधिकारी ओमप्रभा मय टीम मौके पर पहुंची तो अवैध खनन का पता चला। यहां बताते चले कि राजस्थान पत्रिका ने शुक्रवार के अंकमें 'मुख्यालय से महज पांच किमी दूर चल रहा अवैध खनन, महकमे को छोड़ सबको आता नजरÓ शीर्षक से प्रमुखता से समाचार प्रकाशित किया था। इसके बाद अधिकांश अवैध खदानों में सन्नाटा पसरा रहा। कुछ अवैध खदानों में खनन होता मिला। प्रशासन की टीम ने मौके से एक एलएनटी व दो ट्रैक्टर जब्त किए।
उपखण्ड अधिकारी ओमप्रभा ने बताया कि मौके पर कई जगह अवैध खनन पाया गया। लेकिन सभी मजदूर चौराहे पर बैठे मिले। फिर भी एक खनन क्षेत्र में जहां अपनी सीमा है, उससे अधिक क्षेत्र में खनन करते चुनाई पत्थर निकाले जा रहे है। इस क्षेत्र में अधिकांश गिट्टी क्रेशर उद्योग बंद मिले। यहां अवैध खनन के खिलाफ कार्रवाई जारी रखेंगे। एसडीएम के साथ थाना प्रभारी मुकेश वर्मा, तहसीलदार लालाराम यादव, खनिज विभाग से फोरमैन जोगाराम, रीडर निजामुद्दीन, भूअभिलेख निरक्षक मदनलाल, अरुण तिवाड़ी तथा पुलिस जाप्ता था।
दरीबा व समोड़ी में 11 खदान, गिट्टी क्रेशर उद्योग 16
खनिज विभाग के अनुसार पांसल की डांग में 7, दरीबा व समोड़ी में 2-2 खदान चुनाई पत्थर की है। लेकिन क्षेत्र में 100 से अधिक अवैध खदानें चल रही है। कुछ ने सीमा से अधिक क्षेत्र में अवैध खनन किया। अवैध खनन के चलते 16 गिट्टी क्रेशर चल रहे हैं।
यह है मामला
जिला मुख्यालय से महज पांच किलोमीटर दूर पांसल की डांग, समोड़ी व दरीबा में चुनाई पत्थर का अवैध खनन हो रहा है। यहां से प्रतिदिन 500 से अधिक टै्रक्टर व डम्पर चुनाई पत्थर निकलते हैं। पत्रिका टीम ने गुरुवार को दरीबा व समोडी खनन क्षेत्र का जायजा लिया तो कई लीज बंद मिली लेकिन आसपास अवैध खनन के लिए एलएनटी, डम्पर, व ट्रैक्टर कम्प्रेशर लगे थे। पत्रिका टीम को देखकर दर्जनों टै्रक्टर बिन पत्थर लिए इधर-उधर हो गए। एक खनन क्षेत्र में ट्रैक्टर कम्प्रेशर से ड्रील कर विस्फोट की तैयारी थी लेकिन पत्रिका टीम को देखकर चालक कम्प्रेशर को लेकर चलता बना। अन्य युवक फ्यूज वायर, ईडी व अन्य विस्फोटक सामग्री छोड़कर बाइक से भाग गया। यहीं हालात अन्य अवैध खनिज क्षेत्र के थे।
Published on:
14 Aug 2021 09:33 am
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