जाजू बताते है कि उनकी इस सफलता के पीछे वरिष्ठ सीए सत्यनारायण जाजू एवं मां मधु जाजू (पूर्व सभापति नगर परिषद, भीलवाड़ा) को अपना विशेष योगदान है। वह बताते है कि मुम्बई में वर्ष 2004 से बार काउंसिल ऑफ बोम्बे के सक्रिय मेम्बर होकर वकालत शुरू की। मुंबई सिडनम कॉलेज ऑफ कॉमर्स से ग्रेज्युशन किया व 2004 को मुंबई गर्वनमेन्ट लॉ कॉलेज से एलएलबी की डिग्री प्राप्त की। इसके बाद देश की प्रख्यात सोलिसिटर फर्म के साथ जुड़कर प्रेक्टि्स शुरू की ।
अमित बताते है कि वर्तमान में इन्टरनेशनल लॉ फर्म इण्ड्स लॉ में पार्टनर है। शुरू से बडे़-बडे़ केस को हैंडल करने का जुनून था। कड़ी मेहनत रंग लाई और आज बडे़-बडे़ कॉरपोरेट्स यानी टाटा स्काई का मर्जर, मेकेन्जी, गोल्डन टोबेको, महिन्द्रा एण्ड महिन्द्रा आदि नामचीन कम्पनियों के कॉमर्शियल लिटीगेशन, व्हाइट कॉलर क्राइम एवं अन्य कानूनी मामलों को सफलतापूर्वक पूरे किए। आज आईपीआर डिस्पूयट्स एवं डिस्पूयट्स रिजोरेशन में बड़ी पकड़ है और देश के टॉप 40 स्पेशलिस्ट में शामिल होने से गौरवांति महसूस कर रहे है।
जाजू ने महाराष्ट्र के किसानों के लिए सामान्य दरों पर बिजली दिलाने के लिए महाराष्ट्र इलेक्ट्रीसिटी रेगुलेटरी कमीशन से कानूनी लड़ाई लड़ कर किसानों को न्याय दिलाया। ऐसे कार्यों के कारण ही एशियन लीगल बिजनेस ने उन्हें इण्डिया के टॉप डिस्पुट्स 40 एडवोकेट्स 2022 के लिए चयनित किया है।