भीलवाड़ा। सदर थाना क्षेत्र के तेलीखेड़ा में गुरुवार रात ट्रांसफार्मर से प्रवाहित करंट की चपेट में आने से युवक की मौत हो गई। घटना से गुस्साए ग्रामीण और परिजनों ने शुक्रवार को जमकर हंगामा किया। ग्रामीण महात्मा गांधी अस्पताल की मोर्चरी के बाहर धरने पर बैठ गए। इस दौरान ग्रामीणों ने अजमेर डिस्कॉम के स्थानीय कार्यालय को भी घेर लिया। डिस्कॉम के दोषी कर्मचारी के खिलाफ कार्रवाई और मुआवजे की मांग पर नौ घंटे तक हंगामा किया। पुलिस व प्रशासनिक अधिकारियों की समझाइश पर उचित मुआवजे के आवश्वासन पर ग्रामीण शांत हुए।
जानकारी के अनुसार तेलीखेड़ा में रात में भोजन के बाद बाबूलाल माली (32) घर के बाहर घूम रहा था। इस दौरान ट्रांसफार्मर से प्रवाहित करंट की चपेट मेंं आ गया। घटना में उसकी मौत हो गई। परिवार में कोहराम मच गया। वहीं समूचा गांव सन्न रह गया। सदर पुलिस घटना की सूचना पर मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को चीरघर में रखवाया।
शुक्रवार सुबह ग्रामीण अजमेर डिस्काॅम पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मोर्चरी व एवीएनएल कार्यालय के बाहर एकत्र हो गए। यहां कार्यालय के बाहर उन्होंने डिस्कॉम के खिलाफ जमकर नारेबाजी। बड़ी संख्या में महिलाएं भी दोनों स्थानों पर पहुंची। नारेबाजी व प्रदर्शन से डिस्कॉम के अधिकारियों के कर्मचारियों के हाथ पांव फूल गए। उनका आरोप था कि ट्रांसफार्मर में कई दिन से कंरट प्रवाहित हो रहा था। पशुधन की यहां हानि हो चुकी है।
शिकायतों के बावजूद संबंधित विभाग व अधिकारियों लापरवाही बरती। उनका कहना था कि बाबूलाल परिवार का इकलौता कमाने वाला सदस्य था, मृतक आश्रित को सरकारी नौकरी व मुआवजा मिलना चाहिए। सूचना पर डीएसपी श्यामसुंदर विश्नोई, सदर व भीमगंज थाना प्रभारी मय जाप्ता एमजी अस्पताल पहुंचे। पुलिस ने प्रबृद्ध जनों की मदद से ग्रामीणों से समझाइश की। उचित मुआवजे के आश्वासन के बाद शाम को ग्रामीण व माली समाज के लोग शांत हो सकें। इसके बाद पुलिस ने पोस्टमार्टम कर शव परिजनों को सौंप दिया।
Published on:
05 Jul 2025 01:46 pm