विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने से पहले बाल गोपाल योजना के तहत आपूर्ति करने वाली भीलवाड़ा डेयरी ने मार्च 2024 तक के दूध पाउडर के पैकेट एडवांस में स्कूलों में भेज दिए थे। इस पैकेट पर तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत का नाम और फोटो है। अब संस्था प्रधानों के सामने दिक्कत है कि स्कूलों में दूध पाउडर का मार्च तक का स्टाॅक है, उस पर गहलोत के फोटो कैसे हटाए? हालांकि आचार संहिता के दौरान गहलोत के फोटो पर काली या सफेद टेप लगाने के निर्देश दिए थे। शिक्षकों ने हर पैकेट पर टेप लगाई, लेकिन कई पैकेट से टेप हटने से गहलोत का फोटो दिखने लगा है। अब उच्च स्तर से दिशानिर्देश भी नहीं मिले हैं।
पाउडर मिल्क की खरीद राजस्थान कॉ ऑपरेटिव डेयरी फैडरेशन से की जा रही है। इससे कक्षा एक से 5 तक के बच्चों को 150 मिमी व कक्षा 6 से 8 तक के बच्चों को 200 मिमी दूध वितरित किया जाता है। जिले में 2955 विद्यालयों में अभी 3 लाख 72 हजार 63 किलोग्राम दूध पाउडर का स्टॉक पड़ा है।
भाजपा शासन काल की योजना
स्कूलों में बच्चों को दूध देने की योजना भाजपा शासन से चल रही है। पहले इसका नाम मुख्यमंत्री निशुल्क दूध योजना था, जिसमें बच्चों को ताजा गर्म दूध दिया जाता था। बाद में कांग्रेस सरकार ने पुरानी योजना बंद कर नई मुख्यमंत्री बाल-गोपाल योजना शुरू की। इसमें बच्चों को दूध की जगह पाउडर के पैकेट दिए गए।
कोई निर्देश नहीं
स्कूलों में बाल गोपाल योजना के पाउडर का 31 मार्च तक का स्टॉक है। इसे लेकर ऊपर से कोई निर्देश नहीं मिले हैं। आचार संहिता के दौरान स्कूलों में रखे दूध के पैकेट पर सफेद टेप लगाई थी। योगेश पारीक, जिला शिक्षा अधिकारी भीलवाड़ा
स्टॉक की स्थिति
2955 सरकारी विद्यालय
3,72,063 किलोग्राम दूध पाउडर स्टॉक