scriptbharat kee aankhe bolatee hai- maan main hoon na | भरत की आंखे बोलती है- मां मैं हूं ना | Patrika News

भरत की आंखे बोलती है- मां मैं हूं ना

locationभीलवाड़ाPublished: Feb 20, 2023 10:44:48 pm

मुंह में जुबान है, परंतु बोल नही सकता। कान है, परंतु सुन नहीं सकता। फिर भी अपना और मां का पेट पालन के लिए वह चाय की थड़ी लगाकर कुछ पैसे कमाने की जहदोजहद में दिन रात बीगोद कस्बे का 40 वर्षीय दिव्यांग भरत व्यास कड़ी मेहनत कर रहा है। इसके बावजूद परिवार का खर्चा चलाने के लिए पर्याप्त पैसे की कमाई नहीं हो रही है।

भरत की आंखे बोलती है- मां मैं हूं ना
भरत की आंखे बोलती है- मां मैं हूं ना

मुंह में जुबान है, परंतु बोल नही सकता। कान है, परंतु सुन नहीं सकता। फिर भी अपना और मां का पेट पालन के लिए वह चाय की थड़ी लगाकर कुछ पैसे कमाने की जहदोजहद में दिन रात राजस्थान में भीलवाड़ा जिले के बीगोद कस्बे का 40 वर्षीय दिव्यांग भरत व्यास कड़ी मेहनत कर रहा है। इसके बावजूद परिवार का खर्चा चलाने के लिए पर्याप्त पैसे की कमाई नहीं हो रही है।
Copyright © 2021 Patrika Group. All Rights Reserved.