
पांसल चौराहा पर ट्रैफिक नियमों की अनदेखी को देखा जा सकता है
भीलवाड़ा।
शहर में पुर रोड स्थित पांसल चौराहा पर ट्रैफिक नियमों की अनदेखी को देखा जा सकता है। स्थिति ये है कि यहां पर रोज जाम के हालात रहते है और हादसे की स्थिति बनी रहती है। कई बार वाहन एक-दूसरे से टकरा जाते है और लोगों में कहा-सुनी होती है। हर एक वाहन चालक जल्दी निकलने के चक्कर में नियम-कायदो को ठेंगा दिखा रहा है।
कुंभा सर्किल व पन्नाधाय सर्किल से पांसल चौराहा तक आने वाली सड़क पर टेक्सटाईल कॉलेज के आसपास क्षतिग्रस्त डिवाइडर के चलते अधिकांश वाहन चालक लापरवाही से आेवरटेक करते टर्न कर लेते है, जिससे भी दुर्घटनाएं बढ़ रही है। वाहन चालक आगे निकलने की होड़ा-होड़ में उलझ जाते है। इस वजह से कई बार मारपीट जैसी घटनाएं भी हो चुकी है। चौराहे के निकट स्पीड ब्रेकर का अभाव है। इससे हादसे का अंदेशा रहता है।
स्पीड ब्रेकर नहीं
चौराहा पर भारी वाहनों की आवाजाही ज्यादा होने से दुपहिया वाहनों को क्रॉसिंग में परेशानी होती है। आसपास घनी आबादी के कारण यहां पर दिनभर लोगों का आना-जाना लगा ही रहता है। पुर रोड व पांसल रोड से तेज स्पीड से आने वाले भारी वाहनों के लिए कोई स्पीड ब्रेकर नहीं होने से ऑटो व दुपहिया वाहन चालकों को क्रॉस करते समय टकराने खतरा हरदम बना रहता है। यहां पर रोजाना छोटी-बड़ी 4-5 दुर्घटनाएं होना आम बात हो गई है।
ट्रैफिककर्मी जरूरी
गंगापुर जाने वाली सभी रोडवेज, ट्रेवल्स बसें व निजी बसों का ठहराव भी इसी जगह होने के चलते पीछे लंबा जाम लगा रहता है। सबसे ज्यादा समस्या पुर रोड के कॉर्नर पर होती है। शहर का व्यस्तम चौराहा होने से यहां पर यातायात व्यवस्था को दुरुस्त रखने के लिए ट्रैफिक जवान की तैनाती जरूरी है। वहीं सड़क किनारे ही यू-टर्न पर अल सुबह से देर रात तक थड़ी व फल-फ्रूट के ठेले आड़े-टेड़े खड़े ही रहते है। जिससे भी आवागमन बाधित हो जाता है। वहीं फूटकर विक्रेताओं, जूते चप्पलों की स्टालों, नर्सरी व मूर्ति कारीगरों द्वारा सड़क चौड़ी के बाद किनारे पर स्थाई अतिक्रमण कर देने से भी सड़क पर यातायात प्रभावित हो रहा है।
पटरी पार कॉलोनियों की चहल-कदमी
रिको इंडस्ट्रीयल एरिया में जाने का पांसल चौराहा प्रमुख मार्ग है। आसपास औद्योगिक क्षेत्र होने से कामगारों की पैदल आवाजाही यहां और अधिक है। कई बार श्रमिक चौराहा क्रॉस करते वक्त दुर्घटना का शिकार हो चुके है। वहीं इस चौराहा से सटे बैंक, जिला उद्योग केंद्र, टेक्सटाईल इंजीनियरिंग कॉलेज, आईटीआई, प्रताप नगर स्कूल, हॉकी खेल मैदान, शादी समारोह स्थल, होटल, निजी चिकित्सालय व सब्जी मंडी होने के चलते बड़ी संख्या में विद्यार्थियों के साथ ही आजाद नगर व लेबर कॉलोनी क्षेत्रवासियों की चहल-कदमी बनी ही रहती है। एेसे में पटरी पार की सभी कॉलोनियों का दबाव इसी चौराहा पर पडऩे से कई बार सड़क क्रॉस करने में भी लोगों को इंतजार करना पड़ता है।
Published on:
14 Dec 2017 11:32 am
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