
Chaitra Navratri will be of eight days, Ashtami and Navami will be on same day
Bhilwara news : चैत्र नवरात्र हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण पर्व है, जो मां दुर्गा की पूजा और व्रत के लिए मनाया जाता है। चैत्र नवरात्र 30 मार्च को शुरू हो रहे है जो 6 अप्रेल तक चलेगा। इस बार अष्टमी और नवमी एक दिन में आ रही हैं, इसलिए चैत्र नवरात्र 8 दिन की होगी। 29 मार्च को दोपहर बाद प्रतिबद्धता तिथि 4 बजकर 27 मिनट से शुरू हो जाएगी। उसी दिन सूर्य ग्रहण भी है। ग्रहण के 12 घंटे पहले सूतक लग जाता है। लेकिन इसका असर भारत में देखने को नहीं मिलेगा। लेकिन ग्रहण काल रहेगा। चैत्र नवरात्र का पर्व एक विशेष अवसर होता है, जब हम मां दुर्गा की पूजा करके अपने जीवन को शुद्ध और समृद्ध बना सकते हैं।
घट स्थापना मुहूर्त
कलश स्थापना नवरात्र की पूजा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है। इस दौरान विशेष मुहूर्त में कलश स्थापना करने से मां दुर्गा की कृपा प्राप्त होती है। घट स्थापना का समय 30 मार्च सुबह 8 बजे से दोपहर 1 बजे तक रहेगा।
67 साल बाद विशेष संयोग
67 साल बाद ग्रहों का विशेष संयोग आ रहा है। शनि कुंभ राशि को छोड़कर मीन राशि में प्रवेश करेंगे। उस समय पंचग्रही युति बनेगी। पंडित अशोक व्यास ने बताया कि शनि 29 मार्च को कुंभ राशि को छोड़ के मीन राशि में प्रवेश करेंगे। मीन राशि पर शनि का गोचर राशियों तथा अलग-अलग क्षेत्र में प्रभाव डालेगा। यही नहीं, प्राकृतिक, सामाजिक तथा राजनीतिक आर्थिक विशेष परिवर्तन भी सामने दिखाई देंगे। व्यास ने बताया कि जिस समय शनि का राशि परिवर्तन होगा, उस समय पंचग्रही युति बनेगी। इन पांच ग्रहों में सूर्य, बुध, शुक्र, शनि, राहु मीन राशि पर रहेंगे। इस प्रकार का योग 1968 में बना था। सोने-चांदी में और तेजी देखने को मिलेगी। शेयर बाजार पूरी तरह से ध्वस्त रहेगा। नवरात्र आठ दिन की होने से यह सामान्य सूचक नहीं है। सूर्य भी 14 अप्रेल को अपना स्थान बदलकर मेष राशि में आ जाएगा। अब तक यह मीन राशि में है।
Published on:
17 Mar 2025 09:39 am
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