Don’t run towards the west… the sun also sets there
Bhilwara news : प्रख्यात हास्य कवि शैलेष लोढ़ा ने कहा कि आधुनिकता के इस दौड़ में लोग पश्चिम की तरह अंधाधुंध भाग रहे है। अपनी चेतना को क्षुब्ध कर रहे है। उन चीजों के पीछे दौड़ा जा रहा जो हमारे लिए नहीं है। इससे हम हमारी संस्कृति से विमुख हो रहे है। पश्चिम की तरफ मत भागो वहां सूरज भी डूब जाता है। भीलवाड़ा महोत्सव में भाग लेने आए लोढ़ा शुक्रवार रात को चित्तौड़गढ़ रोड पर एक होटल में पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। उन्होंने कहा कि समय के साथ हर चीज बदलती है। चाहे वह भाषा हो या जमाना। यह बदलाव एक सीमित होना चाहिए। लोढ़ा ने चिंता जताते हुए कहा कि युवा पीढ़ी रील्स के पीछे दौड़ रही है। इससे हम रिश्तों को तोड़ रहे है। पहले अभिभावकों को मोबाइल छोड़ना होगा तभी वह बच्चों को सीख दे पाएंगे। उन्होंने कहा कि कविता का संदेश प्रेम, एकता, स्नेह और देशभक्ति का होता है। लोढ़ा ने कहा कि मेवाड़ शौर्य की धरा है। इसे मैं नमन करता हूं।