अनुशासन के कारण मिली सफलता परिधी आगाल, 12वी कक्षा कॉमर्स 2024 98.20 प्रतिशत अकं सीबीएसई परिधीआगाल का कहना है कि सत्र 2023-24 की सीबीएसई 12वीं कक्षा की परीक्षा में 98.20 प्रतिशत अंक प्राप्त कर प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुई। जिला स्तरीय मेरिट में कामर्स में प्रथम स्थान प्राप्त किया। सफलता का राज कड़ी मेहनत और अनुशासन बताया। मैंने सोशल मीडिया से परीक्षा के दौरान दूरी बनाए रखी। विगत वर्षों के मॉडल टेस्ट पेपर एवं गत वर्ष के बोर्ड के पेपर्स का मैंने अभ्यास किया। जहां दिक्कत आई, वहां अपने अध्यापकों का मार्गदर्शन लिया। मैं प्रतिदिन नियमित रूप से टारगेट लेकर पढ़ाई करती थी। बीच-बीच में खुद को रिलेक्स किया। ऐसा न करती तो शायद बीमार पड़ जाती। मैंने हमेशा सकारात्मक सोच के साथ पढ़ाई की। परीक्षा परिणाम के डर को अपने पास नहीं आने दिया। खानपान का भी ध्यान रखा। पढ़ाई करते समय नोटस बनाती थी। इनको दोहराती थी। साल के शुरुआत में ही खुद से वादा किया था कि बोर्ड परीक्षा से घबराना नहीं। मन लगाकर तैयारी करूंगी। पूरे साल मैंने अपने इस वादे को निभाया। आखिरकार जब रिजल्ट आया, तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। विद्यार्थियों को सलाह है कि कि गुरुजनों के मार्गदर्शन में प्रश्नों का लिखित अभ्यास करें। जो सालभर तैयारी करते हैं उनके लिए परीक्षा बोझ नहीं होती बल्कि अपने आपको बेहतर साबित करने का माध्यम है। टारगेट लेकर पढाई करने पर कामयाब होने से कोई नहीं रोक सकता।
प्रेशर फ्री रहकर करें पढाई, कामयाबी कदम चूमेगी प्रजल चेचाणी, 10वी कक्षा 2024 98.20 प्रतिशत अकं सीबीएसई मेहनत सभी विद्यार्थी करते है। अच्छे अंक की भाग-दौड़ जरूरी है। इसके लिए अपनी क्षमता को बढ़ाने के साथ परीक्षा के सही अर्थ को समझना होगा। परीक्षा के दौरान टेंशन नहीं रखनी चाहिए। प्रेशर फ्री रहकर अध्ययन करना चाहिए। कड़ी मेहनत सफलता का द्वार खोलती है। यह कहना है वर्ष 2024 में 10वी में 98.20 अंक प्राप्त करने वाले प्रजलचेचाणी का। चेचाणी ने बताया कि सवालों के जवाब सभी को आते हैं, लेकिन परीक्षा में उत्तर देते समय आप उसे कैसे प्रस्तुत करते हैं ये बहुत अहम होता है। क्योंकि आपकी सालभर की मेहनत और समझ को सवा तीन घंटे में प्रस्तुत करना होता है। इसके लिए जरूरी है कि प्रश्नों के उत्तर तथ्यों के साथ बेहतर ढंग से प्रस्तुत किए जाएं। स्कूल में पढाई के बाद उसे घर पर भी पढना चाहिए। अपनी कमजोरी व गलती को दूर करने का प्रयास करें। पाठ्यक्रम को पूरा करने के साथ उसका दोहरान करें। शिक्षकों का मार्गदर्शन लिया। चेचाणी ने कहा कि महत्वपूर्ण तथ्यों को हाइलाइट करना जरूरी है। उत्तर के अहम बिन्दु को हाइलाइट किया, जिसे परीक्षक की नजर से वह बच नहीं पाए। इससे स्कोरिंग बढ़ाई जा सकती है। हर विषय की अलग प्रकृति होती है। हिन्दी में प्रश्नों के उत्तर देते समय अंग्रेजी के शब्दों के प्रयोग से बचें और वर्तनी ठीक लिखें। पढ़ते व लिखते समय तथ्यों को ठीक से देख लें, कई बार छोटी-छोटी गलतियां रह जाती हैं। इसलिए लिखने के बाद किताब से मिलान करें।