
भीलवाड़ा सेमुमा कन्या महाविद्यालय : कोरोना के बाद से ही छात्रावास बंद
भीलवाड़ा. जिले में छात्राओं का सबसे बड़ा कॉलेज सेठ मुरलीधर मानसिंहका कन्या महाविद्यालय है। जहां 3500-4000 छात्राएं अध्ययनरत हैं। लेकिन अव्यवस्थाओं के कारण छात्राओं को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कॉलेज की लाईब्रेरी और कैंटीन लंबे समय से बंद पड़ी है।
कैंटीन बंद रहने से छात्राओं को चाय-नाश्ते के लिए कॉलेज से बाहर जाना पड़ता है। वहीं कोविड के बाद से कॉलेज का छात्रावास भी बंद पड़ा है। जिससे गांवों से आने छात्राओं को परेशानी होती है। कमरा किराऐ से लेकर रहने में राशि अधिक खर्च होती है। खाने की भी समस्या रहती है। ऐसे में मजबूरी में छात्राओं को रोज आना-जाना पड़ता है। कॉलेज की चारदीवारी को भी कई जगह से तोड़ दिया गया। जिससे आवारा मवेशी अंदर आ जाते हैं। कॉलेज परिसर में झाड़ियां और गाजर घास भी बहुतायत में है। जिससे जहरीले जीव जंतुओं का खतरा बना रहता है।
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कॉलेज की प्रमुख समस्याएं...
-कॉलेज का छात्रावास कोविड के बाद से ही बंद है। जिले के ग्रामीण क्षेत्र से आने वाली छात्राओं को परेशानी।
- कॉलेज में कैंटीन नहीं होने से छात्राओं को चाय-नाश्ते के लिए बाहर जाना पड़ता है।
- कॉलेज परिसर की दीवार कई जगह से तोड़ दी गई है। सुरक्षा के लिहाज से ठीक नहीं।
- लाइब्रेरी बंद रहने से उसका उपयोग नहीं हो रहा।
- कॉलेज में सफाई की व्यवस्था नहीं है।
- एनसीसी व स्काउट्स के लिए अलग रूम की व्यवस्था नहीं
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- इन्होंने रखी समस्याएं...
एसएमएम गर्ल्स कॉलेज में हुए कार्यक्रम में पूजा गुर्जर, अर्पिता सेन, निशा सोनी, लक्षिता भाटी, सौम्या नानेचा, पूजा भाट सहित कई छात्राओं ने कॉलेज की समस्याएं रखी।
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छात्राएं बोली- कॉलेज प्रशासन की लापरवाही से हो रही परेशानी
1. कॉलेज में खेल मैदान नहीं है। हमे खलने के लिए बॉयज कॉलेज में जाना पड़ता है। इसके लिए कई बार पैरेंट्स अनुमति नहीं देते। जिसके कारण खेल गतिविधियों में कॉलेज पिछड़ रहा है।
-रीना गुर्जर
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2. कॉलेज में हिंदी और इंग्लिश दोनों मीडियम में पढ़ाई की व्यवस्था होनी चाहिए। हिंदी मीडियम में परेशानी नहीं है। लेकिन इंग्लिश मीडियम वाली छात्राओं को परेशानी होती है। लाईब्रेरी भी बंद रहती है। जिसके कारण ऑनलाइन पढ़ाई करनी पड़ती है।
- तनिष्का राणावत
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3. कॉलेज में कैंटीन 4-5 साल से बंद पड़ी है। गांवों से आने वाली छात्राओं को परेशानी होती है। चाय-नाश्ते के लिए कॉलेज से बाहर जाना पड़ता है। कैंटीन शुरू होने से छात्राओं को काफी राहत मिलेगी।
-पूजा शर्मा
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4. कॉलेज की चारदीवारी काफी समय से कई जगह से टूटी हुई है। हाल के दिनों में जलभराव के कारण और भी कई जगह से दीवार को तोड़ दिया, जो छात्राओं की सुरक्षा की दृष्टि से ठीक नहीं है। जल्द चारदीवारी की मरम्मत होनी चाहिए।
-हर्षिता शर्मा
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5. कॉलेज में एनसीसी की छात्राओं के लिए रूम की व्यवस्था नहीं है। कॉलेज में 107 छात्राएं एनसीसी में हैं। रूम की व्यवस्था नहीं होने से कैडेट्स को बैठाने में परेशानी होती है। एनसीसी से जुड़ी सामग्री रखने में भी दिक्कत होती है।
- अनिता लौहार
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6. छात्राओं की सुरक्षा के लिए यहां स्थाई रूप से महिला पुलिस तैनात हो तो अच्छा है। कॉलेज के बाहर आवारा लड़के घूमते हैं, कई बार कमेंट्स भी करते हैं।
-बाली कुमारी बलाई
Published on:
15 Jul 2023 01:41 pm
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