
भीलवाड़ा न्यास अधिकारी का ड्राइवर गिरफ्तार, फर्जी पट्टा बनवा कर देने में शामिल
सुभाषनगर थाना पुलिस ने नगर विकास न्यास में फर्जी पट्टा बनाकर जालसाजी करने के मामले में एक और आरोपी को रविवार को गिरफ्तार कर लिया। पकड़ा गया आरोपी न्यास अधिकारियों का पूर्व में ड्राइवर रह चुका है। उसने ही न्यास से फर्जी पटटा बनवा कर शम्भूलाल बैरागी को दिया था। इससे पूर्व शम्भू को गिरफ्तार करके जेल भेजा जा चुका है। पुलिस का मानना है कि ड्राइवर ही अधिकारियों की कारगुजारी की पोल खोलेगा। उससे गहनता से पूछताछ की जा रही है। उधर, एक के बाद एक गिरफ्तारी से न्यास में हड़कम्प मचा हुआ है। कई अफसरों से लेकर कर्मचारियों को कार्रवाई का डर सता रहा है।
पुलिस उपाधीक्षक रामचन्द्र चौधरी ने बताया कि पटटा बनाने के मामले में मालोला रोड निवासी देवेन्द्र वैष्णव को गिरफ्तार किया। पूछताछ में देवेन्द्र ने बताया कि वह न्यास अधिकारी की गाड़ी चलाता था। छह माह पूर्व बीमारी के कारण नौकरी छोड़ दी थी। अफसरों की गाड़ी चलाने से उसकी न्यास में अच्छी सांठगांठ थी। नौकरी छोड़ने के बाद भी उसका दखल न्यास में कम नहीं हुआ। उसका न्यास में आना-जाना था। दलाल के रूप में काम करता था। वह चुटकी में लोगों के काम करवा देता था। इसके बदले सुविधा शुल्क लेता था। इस सुविधा शुल्क में अफसर से लेकर कर्मचारियों का भी मेहनताना था। इसी के चलते अफसर सब काम छोड़कर उसकी फाइल पहले निकालते थे।
यह था मामला
21 फरवरी को न्यास के भूखंड शाखा प्रभारी अधिकारी अनिल शर्मा ने रिपोर्ट दी थी। परिवादी ने आरोप लगाया था कि न्यास ने आरसी व्यास कॉलोनी में भूखंड नीलामी की सूचना निकाली थी, लेकिन नीलाम नहीं किया। फिर भी न्यास के नियमन शाखा से 30 दिसम्बर 2022 को सलावटिया निवासी शंभूलाल बैरागी के नाम फ्री होल्ड पट्टा जारी कर दिया। इसकी कीमत करीब 2 करोड़ 91 करोड़ रुपए होती है। नीलामी रजिस्ट्री में यह भूखण्ड आज भी न्यास के नाम है।
Published on:
08 May 2023 11:14 am
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