शहर में प्रमुख चौराहों और खास गली-मोहल्ले से निकलने वाले जुलूस, जलसे और शोभायात्रा को देखते जिला प्रशासन ने अजमेर डिस्कॉम के अधिकारियों को बिजली लाइन भूमिगत करने को कहा ताकि तारों से परेशानी से बच सके। इस पर लाइन भूमिगत करने का काम चल रहा है।
जलदाय अधिकारियों का कहना है कि केबल डालने वाले ठेकेदार को पहले ही समझाया था कि पेयजल लाइन कहां व कितनी गहरी है। फिर भी लापरवाही बरती जा रही है। जनता का कहना है कि जलदाय विभाग व डिस्कॉम में तालमेल नहीं है। इसका खमियाजा लोग भुगत रहे हैं।
कभी सीवरेज तो कभी टेलीकॉम कम्पनी की बदौलत। सड़क खोदते समय ध्यान नहीं देने से पिछले कुछ समय से जलदाय विभाग की लाइन टूट रही है। विभाग कानूनी कार्रवाई नहीं करता। इसके चलते ठेकेदारों में डर ही नहीं होता।
सिंधुनगर में मंगलवार रात को बिजली केबल डालते कॉलेज रोड पर जलदाय विभाग की 14 इंच की लाइन तोड़ दी। इससे रातभर लाखों लीटर पानी व्यर्थ बह गया। सिंधुनगर, कोतवाली रोड, नगर परिषद चौराहे पर सड़क तलैया बन गई। काशीपुरी, वकील कॉलोनी, शास्त्रीनगर मेन सेक्टर व शास्त्रीनगर के बी व सी सेक्टर में बुधवार को सप्लाई नहीं हो पाई। यहां अब चौबीस घण्टे बाद गुरुवार सुबह जलापूर्ति की जाएगी। इससे पहले दो दिन पूर्व माणिक्यनगर, नागौरी गार्डन व बाहला क्षेत्र में भी पेयजल लाइन तोड़ दी गई थी।