27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

भीलवाड़ा में कोल्ड स्टोरेज में बनेगा कॉमन इन्क्यूबेशन सेंटर

3.53 करोड़ की लागत से होगा काम, 2.74 करोड़ केन्द्र देगी

2 min read
Google source verification
3.53 करोड़ की लागत से होगा काम, 2.74 करोड़ केन्द्र देगी

3.53 करोड़ की लागत से होगा काम, 2.74 करोड़ केन्द्र देगी

Bhilwara news: भीलवाड़ा कृषि उपज मंडी में 3 करोड़ 53 लाख 88 हजार की लागत से कॉमन इन्क्यूबेशन सेंटर (सीआईसी) की स्थापना होगी। इसके लिए कोल्ड स्टोरेज में काम चल रहा है। यहां मक्का दाना प्रोसेसिंग और आंवला प्रोसेसिंग यूनिट तथा फूड टेस्टिंग लैब बनेगी। यहां 0.75 मीट्रिक टन प्रति घंटा क्षमता का मक्का दाना प्रोसेसिंग यूनिट में पापड़, चिप्स आदि बन सकेंगे। डेढ़ मीट्रिक टन प्रति घंटा क्षमता का आंवला इंस्पेक्शन, वॉशिंग, ग्रेडिंग और जूस सेक्शन में आंवले का जूस तैयार होगा। आंवला प्रोसेसिंग यूनिट में आंवले का मुरब्बा तथा जूस तैयार होगा। इसकी क्षमता आधा मीट्रिक टन प्रति घंटा की होगी।

मंडी सचिव महिपाल सिंह ने बताया कि केंद्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय की प्रधानमंत्री फॉर्मलाइजेशन ऑफ माइक्रो फूड प्रोसेसिंग एंटरप्राइजेज स्कीम (पीएमएफएमई) के तहत सीआईसी स्थापित होगा। इसके लिए कृषि उपज मंडी परिसर में पशु चिकित्सालय के पास कोल्ड स्टोरेज भवन का चयन किया है। यहां मक्का दाना प्रसंस्करण लाइन, आंवला मुरब्बा प्रसंस्करण लाइन, आंवला निरीक्षण, धुलाई, ग्रेडिंग एवं जूस सेक्शन स्थापित होगा। इसकी उपयोगिताओं एवं सहायक उपकरण तथा खाद्य परीक्षण प्रयोगशाला सहित सभी कार्यों के लिए 3 करोड़ 53 लाख 88 हजार रुपए का प्रोजेक्ट केन्द्रीय खाद्य प्रसंस्करण उद्योग मंत्रालय से स्वीकृति मिली है। इस प्रोजेक्ट के लिए केन्द्र सरकार 2 करोड़ 74 लाख रुपए देगी। शेष राज्य सरकार से मिलेंगे।

मशीनों के लिए किया टेंडर

सचिव महिपाल सिंह ने बताया कि तीनों यूनिट के लिए मशीनें मंगवाने को टेंडर जारी कर दिया है। इसमें सात कंपनियों ने हिस्सा लिया। अब फाइनेंस बीड खोलनी है। वह उदयपुर में खोली जानी है। इनमें कई तरह की मशीनें आएगी जो आंवला, मक्का तथा प्रयोगशाला के लिए काम आने मशीनें शामिल होगी।

प्रोसेसिंग इकाइयां लगे

मंडी व्यापारी महादेव गुर्जर का कहना है कि मक्का की फसल की क्लीनिंग व ग्रेडिंग के लिए उत्पादक क्षेत्रों में प्रोसेसिंग इकाइयां होनी चाहिए। इससे रोजगार बढ़ेगा व किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिलेगा। दीपक डागा का कहना है कि सरकार साथ दे तो भीलवाडा़ में तीन इथेनॉल प्लांट लगने की पूरी संभावना है। एक उद्यमी ने तो रीको के एमडी शिवप्रसाद एम नकाते से भी मिलकर आया है। वह भीलवाड़ा में जमीन की तलाश कर रहा है।