
भीलवाड़ा में दो मिनट में चूर दशानन का दंभ
विजयादशमी पर मंगलवार को भगवान श्रीराम के अग्निबाण ने दशानन के दंभ को चूर चूर कर दिया। असत्य पर सत्य की जीत के प्रतीक के रूप में मंगलवार को दशहरा मनाया गया। भगवान श्रीराम की रावण पर विजय को याद किया। लंकापति रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतले फूंके गए। भीलवाड़ा शहर में रावण दहन का मुख्य समारोह तेजाजी चौक में हुआ। पहली बार टंकी के बालाजी के सामने खुले मैदान में भी रावण दहन किया गया। लेबर कॉलोनी, पुर, सांगानेर, सालरा और अग्रवाल उत्सव भवन में भी रावण परिवार के पुतले फूंके गए। जिले के विभिन्न कस्बों व गांवों में रावण दहन किया गया।
51 फीट का दशानन धूं-धूं कर जला
तेजाजी चौक में भगवान श्रीराम का अग्निबाण जैसे ही अहंकारी रावण के नाभी में लगा 51 फीट का दशानन धूं-धूं कर जल गया। महज 2 मिनट में लंकेश का पुतला ढेर हो गया। रावण के साथ ही पुत्र मेघनाद व भाई कुंभकरण का पुतला भी जलाया गया। जैसे ही रावण के पुतले को आग लगाई पूरा तेजाजी चौक जय श्रीराम के जयकारों से गूंज उठा। नगर परिषद की ओर से आतिशबाजी भी की गई। इसके पहले आजाद चौक से श्रीरामलीला कमेटी की ओर से जुलूस निकाला गया। चौक में राम-रावण के युद्ध का भी दर्शकों ने आनंद उठाया। लेबर कॉलोनी व अग्रवाल भवन में रावण दहन पर आकर्षक आतिशबाजी की गई। पुर, सांगानेर व सालरा में भी रावण दहन किया गया। तेजाजी के चौक में मुख्य समारोह के दौरान न तो रावण के मुंह से आवाज आई और ना ही चक्र घुमा
चांदी के बेवाण में शोभायात्रा
बडे मंदिर में चारभुजा नाथ के स्वर्ण पोशाक पहनाकर शोभायात्रा निकाली गई। ट्रस्ट अध्यक्ष उदयलाल समदानी ने बताया कि भगवान को चांदी के बेवाण में विराजमान कर ढोल नगाड़ों के साथ तेजाजी चौक पहुंचे। यहां रावण दहन के बाद रपट के हनुमान मंदिर में विश्राम किया। कथा, भजन आरती के बाद प्रसाद का वितरण किया। बेवाण पंचमुखी दरबार होते हुए जत्ती जी की कुई धान मंडी होते हुए देर रात निज मंदिर पहुंचा। महावीर समदानी ने बताया कि इससे पहले छप्पन भोग एवं भजन गायिका मधु काबरा ने भजन पेश किए। बेवाण का गुलाब के फूलों से पुष्प वर्षा कर स्वागत किया।
दहन के साथ अग्रसेन जन्मोत्सव का समापन
अग्रवाल समाज संपत्ति ट्रस्ट के तत्वावधान में अग्रवाल नवयुवक व महिला मंडल का अग्रसेन जन्मोत्सव मंगलवार को दशहरा मेला व रावण दहन के साथ हुआ। नवयुवक अध्यक्ष योगेश अग्रवाल व महिला मंडल अध्यक्ष दीपिका निमोदिया ने बताया कि मेले में चौपाटी लगाई गई।50 फीट के रावण के पुतले के साथ 35- 35 फीट के कुंभकरण, मेघनाद के पुतलों का दहन किया गया। रावण के सिर पर चमकते छत्तर, गले में जलता कंठा, हाथों में चमकती तलवार ढाल, नाभि में घूमता चक्र, आंखो से निकलते अंगारें आदि आकर्षण रहे। रावण दहन के बाद रंगारंग आतिशबाजी की गई। इसमें उफनता ज्वालामुखी, स्काई वार, आकाश मोतीमहल, स्टार मैजिक, ओलंपिक धूम के नजारे देखने को मिलें। पुर। उपनगर पुर में दशहरा पर्व मनाया गया। शिव एवं बजरंग व्यायामशाला के पहलवानों ने अखाड़ा प्रदर्शन किया। दरक स्टेडियम में रावण दहन किया गया। स्टेडियम में आतिशबाजी भी की गई।
भगवान श्रीराम के तीर ने तोड़ा रावण का अहंकार
भीलवाड़ा समेत पूरे जिले में मंगलवार को विजयादशमी हर्ष और उल्लास से मनाई गई। सत्य की असत्य पर विजय का पर्व भीलवाड़ा में मुख्य रूप से तेजाजी चौक में मनाया गया। यहां भगवान श्रीराम के अग्निबाण ने लंकापति रावण का अहंकार तोड़ दिया। रावण, कुंभकरण और मेघनाद के पुतलों का दहन किया गया। बड़ी संख्या में लोग रावण परिवार का दहन देखने जुटे।
Published on:
25 Oct 2023 09:15 am
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