रविवार को जब पीड़िता के परिजन थाने पहुंचे तो सुनवाई नहीं की। जिस पर प्रार्थी रामेश्वर ने मामले की जानकारी क्षेत्र के ग्रामीणों को दी तो सैकड़ों की तादाद में ग्रामीण काछोला थाने के बाहर एकत्रित हो गए एवं प्रदर्शन करने लगे। ग्रामीणों ने मामले की जानकारी जहाजपुर प्रधान शिवजीराम मीणा को दी। इस पर वे थाने पहुंचे एवं वस्तुस्थिति से जानकारी ली। मीणा, ग्रामीण व परिजन काछोला थाना प्रभारी का इंतजार करते रहे परंतु थाना प्रभारी थाने में नहीं थे। नाराज ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया एवं कार्य में लापरवाही बरतने का आरोप लगाया। हंगामे की स्थिति बनी रही लंबे इंतजार के बाद सहायक थाना प्रभारी सलीम मोहम्मद ने 2 दिन का समय दिया तब जाकर मामला शांत हुआ।
पुलिस महिलाओं के मामले में गंभीर नहीं है। 21 दिन बाद भी पुलिस द्वारा कोई कार्रवाई नहीं की गई जो शर्मनाक बात है। आज ग्रामीणों के साथ काछोला थाने में मामले की वस्तुस्थिति की जानकारी लेने के लिए पहुंचे हैं। प्रभारी नहीं होेन पर सहायक प्रभारी सलीम मोहम्मद ने दो दिन का समय मांगा है।
शिवजीराम मीणा, पूर्व विधायक व प्रधान जहाजपुर